छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथियों का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार दो दिनों में हाथी के हमले से मौत हो गई। एक दिन पहले हाथी ने एक और महिला को मार डाला। साथ ही आज सुबह शोचालय के लिए घर के पीछे गए व्यक्ति को हाथी ने मौत के घाट उतर दिया, घटना तपकरा वन परिक्षेत्र के बाबूसाजबहार में हुई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची। मृतक के बारें में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है ।
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छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथियों का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार दो दिनों में हाथी के हमले से मौत हो गई। एक दिन पहले हाथी ने एक और महिला को मार डाला। साथ ही आज सुबह शोचालय के लिए घर के पीछे गए व्यक्ति को हाथी ने मौत के घाट उतर दिया, घटना तपकरा वन परिक्षेत्र के बाबूसाजबहार में हुई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची। मृतक के बारें में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है ।एक दिन पहले महिला को बाइक से गिराकर मार दिया था
तपकरा रेंज में ही एक दिन पहले सोमवार को भी हाथी ने बाइक सवार महिला को सूंड से खींच कर मार दिया था। केरसई के बरटोली निवासी खिज्मती बाई अपने पति रामकुमार के साथ बाइक से बाजार जा रही थी। रास्ते में गोठान के जंगल में दंतैल (टस्कर) हाथी उनके पीछे दौड़ा और बाइक पर पीछे बैठी खिज्मती बाई को सड़क पर पटककर कुचल दिया था। इससे पहले रायमुंडा गांव में एक अन्य महिला सुखो बाई (50) पर हमला कर उसे घायल किया था।3 सालों में 200 लोगों की जा चुकी जान, कई हाथी भी मारे गए
बताया जा रहा है कि केरसई के आसपास के जंगल मे 3 हाथी मौजूद हैं। प्रदेश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में पिछले 3 सालों के दौरान करीब 200 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि ग्रामीणों के बचाव के लिए करंट लगाए जाने के कारण कई हाथियों की भी जान जा चुकी है। खासकर रायगढ़, धरमजयगढ़, कोरबा, महासमुंद, जशपुर के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
एक दिन पहले महिला को बाइक से गिराकर मार दिया था
तपकरा रेंज में ही एक दिन पहले सोमवार को भी हाथी ने बाइक सवार महिला को सूंड से खींच कर मार दिया था। केरसई के बरटोली निवासी खिज्मती बाई अपने पति रामकुमार के साथ बाइक से बाजार जा रही थी। रास्ते में गोठान के जंगल में दंतैल (टस्कर) हाथी उनके पीछे दौड़ा और बाइक पर पीछे बैठी खिज्मती बाई को सड़क पर पटककर कुचल दिया था। इससे पहले रायमुंडा गांव में एक अन्य महिला सुखो बाई (50) पर हमला कर उसे घायल किया था।
तपकरा रेंज में ही एक दिन पहले सोमवार को भी हाथी ने बाइक सवार महिला को सूंड से खींच कर मार दिया था। केरसई के बरटोली निवासी खिज्मती बाई अपने पति रामकुमार के साथ बाइक से बाजार जा रही थी। रास्ते में गोठान के जंगल में दंतैल (टस्कर) हाथी उनके पीछे दौड़ा और बाइक पर पीछे बैठी खिज्मती बाई को सड़क पर पटककर कुचल दिया था। इससे पहले रायमुंडा गांव में एक अन्य महिला सुखो बाई (50) पर हमला कर उसे घायल किया था।
3 सालों में 200 लोगों की जा चुकी जान, कई हाथी भी मारे गए
बताया जा रहा है कि केरसई के आसपास के जंगल मे 3 हाथी मौजूद हैं। प्रदेश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में पिछले 3 सालों के दौरान करीब 200 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि ग्रामीणों के बचाव के लिए करंट लगाए जाने के कारण कई हाथियों की भी जान जा चुकी है। खासकर रायगढ़, धरमजयगढ़, कोरबा, महासमुंद, जशपुर के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
बताया जा रहा है कि केरसई के आसपास के जंगल मे 3 हाथी मौजूद हैं। प्रदेश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश में पिछले 3 सालों के दौरान करीब 200 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि ग्रामीणों के बचाव के लिए करंट लगाए जाने के कारण कई हाथियों की भी जान जा चुकी है। खासकर रायगढ़, धरमजयगढ़, कोरबा, महासमुंद, जशपुर के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।