नई दिल्ली / रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के मंत्रियों को केंद्र से बड़ा झटका लगा है। दरअसल केंद्र सरकार ने DMF परिषद अध्यक्ष पद से प्रभारी मंत्रियों को हटाने के निर्देश दिये हैं। केंद्र सरकार ने स्पष्ट कह दिया है कि जिले के कलेक्टर ही डीएमएफ फंड के प्रमुख होंगे। इस बाबत कोयला एवं खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर तत्काल इस मामले में पूर्व में जारी निर्देशों के क्रियान्वयन के लिए कहा है।
दरअसल जिलों में डीएमएफ फंड के दुरुपयोग को लेकर मंत्रियों की काफी शिकायतें सामने आ रही थी पैसों के बंदरबांट, कमीशनखोरी को लेकर भी लगातार शिकायतें आ रही थी. जशपुर, कोरबा, राजनांदगांव सहित प्रदेश के कई जिलों में डीएमएफ पैसे को लेकर बंदरबांट की खबरें सामने आई थीं. ऐसे में प्रभारी मंत्रियों को केंद्र सरकार से बड़ा झटका लगा है. डीएमएफ फंड के प्रमुख को लेकर केंद्र सरकार ने 23 अप्रैल 2021 को ही स्पष्ट दिशानिर्देश जारी कर दिया था, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने 2 जून 2021 को केंद्र सरकार को पत्र भेजकर यह आग्रह किया था की डीएमएफ फंड की शासकीय परिषद के अध्यक्ष के रूप में जिले के प्रभारी मंत्रियों को अनुमति दी जाए, लेकिन उस आग्रह को केंद्र सरकार ने ठुकराते हुए साफ कर दिया है कि डीएमएफ फंड के चेयरमैन प्रभारी मंत्री नहीं बल्कि कलेक्टर ही होंगे।