मेरठ के खरखौदा में हुई एक सनसनीखेज वारदात से इलाके में दहशत फैल गई। यहां एक युवती ने माता को खुश करने के लिए गांव के ही मंदिर में जाकर अपनी बलि दे डाली। उसने चाकू से अपनी गर्दन काटकर पहले देवी पर खून चढ़ाया और फिर मंदिर परिसर में ही फांसी लगा ली। मंगलवार देर रात जब एक ग्रामीण मंदिर में घूमने के लिए पहुंचा तो अंदर का दृश्य देखकर घबरा गया। उसने तुरंत ग्रामीणों को सूचित किया। वहीं परिजन भी मौके पर पहुंचे और बिना पुलिस कार्रवाई के युवती का अंतिम संस्कार कर दिया।
Contents
मेरठ के खरखौदा में हुई एक सनसनीखेज वारदात से इलाके में दहशत फैल गई। यहां एक युवती ने माता को खुश करने के लिए गांव के ही मंदिर में जाकर अपनी बलि दे डाली। उसने चाकू से अपनी गर्दन काटकर पहले देवी पर खून चढ़ाया और फिर मंदिर परिसर में ही फांसी लगा ली। मंगलवार देर रात जब एक ग्रामीण मंदिर में घूमने के लिए पहुंचा तो अंदर का दृश्य देखकर घबरा गया। उसने तुरंत ग्रामीणों को सूचित किया। वहीं परिजन भी मौके पर पहुंचे और बिना पुलिस कार्रवाई के युवती का अंतिम संस्कार कर दिया।जानकारी के अनुसार क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने गांव के ही मंदिर में जाकर माता को खुश करने के लिए अपनी बलि दे डाली।ताया गया कि मंगलवार शाम को युवती मंदिर में गई थी, जहां उसने पूजा करने के लिए पहले दीपक जलाए। इसके बाद उसने चाकू से अपनी गर्दन काटी और सभी दीयों में अपना खून डाला। उसने देवी पर अपना खून चढ़ाया और फिर फांसी लगा ली।
ग्रामीणों के अनुसार मंदिर जंगल की ओर है। ऐसे में कम ही लोग वहां जाते हैं। शाम को गांव का कोई व्यक्ति मंदिर परिसर में गया, तो वहां युवती का शव लटका देखकर गांव वालों को सूचित किया।युवती के बलि देने की सूचना पर गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीण व युवती के परिजन मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतारा। जांच-पड़ताल में सामने आया कि युवती ने माता को खुश करने के लिए अपनी बलि दे दी। मंदिर के अंदर एक चाकू और दीपों में खून मिला है।बताया कि मंदिर परिसर में जिस पेड़ से लटकर युवती ने आत्महत्या की, वहां भी चारों ओर खून ही खून पड़ा था। वहीं युवती के परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव को अपने घर ले आए और अंतिम संस्कार करा दिया। वहीं इस घटना के बाद से ग्रामीणों में अलग-अलग चर्चाएं हैं।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने गांव के ही मंदिर में जाकर माता को खुश करने के लिए अपनी बलि दे डाली।
ताया गया कि मंगलवार शाम को युवती मंदिर में गई थी, जहां उसने पूजा करने के लिए पहले दीपक जलाए। इसके बाद उसने चाकू से अपनी गर्दन काटी और सभी दीयों में अपना खून डाला। उसने देवी पर अपना खून चढ़ाया और फिर फांसी लगा ली।
ग्रामीणों के अनुसार मंदिर जंगल की ओर है। ऐसे में कम ही लोग वहां जाते हैं। शाम को गांव का कोई व्यक्ति मंदिर परिसर में गया, तो वहां युवती का शव लटका देखकर गांव वालों को सूचित किया।
ग्रामीणों के अनुसार मंदिर जंगल की ओर है। ऐसे में कम ही लोग वहां जाते हैं। शाम को गांव का कोई व्यक्ति मंदिर परिसर में गया, तो वहां युवती का शव लटका देखकर गांव वालों को सूचित किया।
युवती के बलि देने की सूचना पर गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीण व युवती के परिजन मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतारा। जांच-पड़ताल में सामने आया कि युवती ने माता को खुश करने के लिए अपनी बलि दे दी। मंदिर के अंदर एक चाकू और दीपों में खून मिला है।
बताया कि मंदिर परिसर में जिस पेड़ से लटकर युवती ने आत्महत्या की, वहां भी चारों ओर खून ही खून पड़ा था। वहीं युवती के परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव को अपने घर ले आए और अंतिम संस्कार करा दिया। वहीं इस घटना के बाद से ग्रामीणों में अलग-अलग चर्चाएं हैं।