गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में भालुओं का आतंक कम नहीं हो रहा है। मध्य प्रदेश बार्डर पर मादा भालू ने शुक्रवार सुबह अपने दो बच्चों के साथ एक ग्रामीण पर हमला कर दिया। ग्रामीण के पेट से मांस नोच लिया। इस दौरान पत्नी बचाने पहुंची तो उसके चेहरे को भी लहूलुहान कर दिया। दंपती को गंभीर हालत में अनूपपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना जैतहरी वन परिक्षेत्र की है। वहीं पेंड्रा में भी एक वृद्धा पर हमला किया।
जानकारी के मुताबिक, वेंकटनगर बीट के आमाडाड गांव निवासी एमएन सिंह (40) पुत्र गणेश सिंह शुक्रवार सुबह खलिहान जाना था। इस दौरान जैसे ही दरवाजा खोलकर वे बाहर निकले, पास में दो बच्चों के साथ घूम रही मादा भालू ने उनके ऊपर हमला कर दिया। नाखून से पेट का मांस नोच लिया। चीख-पुकार सुनकर पत्नी उन्हें बचाने के लिए आई तो भालुओं ने उस पर भी हमला किया। जमीन पर गिरते ही चेहरे पर नाखून से वार किया।
बच्चों के साथ कई दिन से गांव में घूम रही मादा भालू
शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे तो भालू वहां से भाग निकले। इसके बाद पति-पत्नी दोनों को परिजन निजी वाहन से अनूपपुर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां दोनों को भर्ती कर लिया गया है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। अस्पताल जाकर भी टीम ने घायलों की हालत का जायजा लिया है। बताया जा रहा है कि भोजन की तलाश में मादा भालू कई दिनों से अपने बच्चों के साथ गांव में घूम रही है।
घर की बाड़ी में जा रही महिला को भी बनाया निशाना
वहीं पेंड्रा के सिलपहरी में भी भालू ने एक वृद्ध महिला सगुनी बाई पत्नी अगरसाय पर हमला कर दिया। सगुनी बाई घर से कुछ दूरी पर बनी बाड़ी में जा रही थी। सूचना मिलने पर पहुंची डायल 112 की टीम ने उसे अस्पताल पहुंचाया। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि महिला को कितनी चोट आई है। दूसरी ओर गौरेला के कोरजा गांव में घुसे भालू को लोगों ने सुबह खदेड़ दिया। वह जंगल की ओर भागा है। वन विभाग को जानकारी दी गई है।
वहीं पेंड्रा के सिलपहरी में भी भालू ने एक वृद्ध महिला सगुनी बाई पत्नी अगरसाय पर हमला कर दिया। सगुनी बाई घर से कुछ दूरी पर बनी बाड़ी में जा रही थी। सूचना मिलने पर पहुंची डायल 112 की टीम ने उसे अस्पताल पहुंचाया। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि महिला को कितनी चोट आई है। दूसरी ओर गौरेला के कोरजा गांव में घुसे भालू को लोगों ने सुबह खदेड़ दिया। वह जंगल की ओर भागा है। वन विभाग को जानकारी दी गई है।
लोगों में दहशत का माहौल, 13 दिन में चार घटनाएं
घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इस तरह से दिनदहाड़े भालू के हमले से ग्रामीण काफी डरे हुए हैं।
घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इस तरह से दिनदहाड़े भालू के हमले से ग्रामीण काफी डरे हुए हैं।