रायपुर। एक दिन पहले जिन दिवंगत शिक्षकों की विधवा पत्नियों के साथ पुलिस वालों की झूमाझटकी हुई थी, उन्होंने ही आज पुलिस वालों को रक्षाबंधन के पावन मौके पर राखी बांधकर सुरक्षा देने का वचन ले लिया है।
दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां बीते 33 दिन से अनुकंपा नियुक्ति की मांग लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में बैठी हैं। आज रक्षाबंधन के पर्व पर भी महिलाएं आंदोलन में बैठी हुई हैं, अपने घर नहीं लौटी और ना ही अपने भाईयों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया।
अपने सगे भाईयों की जगह उन्होंने राजधानी में धरना स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों को अपने भाई की जगह पर रखा और पूरे भाव के साथ उनकी कलाईयों पर रक्षासूत्र बांधकर रखा करने का वचन भी ले लिया।
इस खास मौके पर पुलिस वालों ने भी हंसी—खुशी दिवंगत शिक्षकों की पत्नियों से रक्षासूत्र बंधवाया और उन्हें अपना आशीष दिया।
फर्ज से बंधी पुलिस
सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज और उनके खिलाफत में बढ़ने वाले कदमों को रोकना पुलिस का फर्ज है। दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां भी रक्षाबंधन के एक दिन पहले उग्र आंदोलन कर रही थीं, जिसे रोकने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। आने वाले दिनों में भी उग्र आंदोलन होने पर पुलिस को सबसे पहले सरकार की सुरक्षा की प्राथमिकता के दायित्व को ही निभाना मजबूरी है।