दिव्यांगता अभिशाप नहीं है बस जरूरत है ऐसे जरूरतमंदों को सहारे की।यदि आप और हम दिव्यांगों की थोड़ी मदद कर दें तो ये भी आम इंसान के जैसे जिंदगी जी सकते हैं।
ऐसी ही मदद आदिवासी युवती की हुई जो प्रतिदिन 10 किमी लकड़ी के सहारे पैदल सफर करती थी ।आदिवासी ब्लॉक के पेटेचुआ गांव, डोंडी की युवती को सीएम भूपेश के जन्मदिवस के मौके पर आखिरकार बैटरी चलित ट्रायसायकल मिली।
असवंतिन नरेटी की परेशानियों को लेकर कई मीडिया हाउस ने खबर दिखाई थी।जिसके बाद यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के जन्मदिवस के दिन सुमीत जैन जी एवं सौरभ जैन (अपने पिता स्व सुनील जैन जी के स्मृति में) ने दिव्यांग युवती को बैटरी चलित ट्रायसायकल दी ।
इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी जी ने उस दिव्यांग युवती को जल्द रोजगार दिलाने का भरोसा भी दिलाया।
जिस पर असवंतिन नरेटी ने मंत्री अनिला भेड़िया जी मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी जी,सुमित जैन एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।