नई दिल्ली। देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में उछाल आया है। इस बीच केरल में कोरोना के नए मामलों की संख्या एक बार फिर बेकाबू हो गई है। प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में कोविड के 46,000 नए मामले सामने आए। इनमें से 58 फीसद मामले केरल से सामने आए हैं। बाकी राज्यों में अभी भी कोविड के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि केरल में एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 10,000 से 1 लाख सक्रिय मामले हैं। केरल का योगदान 51 फीसद, महाराष्ट्र में 16 फीसद और बाकी तीन राज्यों का योगदान देश के 4-5 फीसद मामलों में है।
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि पिछले 24 घंटों में देश में वैक्सीन की 80 लाख खुराकें दी गईं। जैसा कि हम बोलते हैं, आज तक 47 लाख से अधिक खुराक दी जा चुकी है। राजेश भूषण ने कहा कि अब तक (अफगानिस्तान से) 400 से ज्यादा लोगों को फ्लाइट से लाया जा चुका है। हमने सभी हवाई अड्डों पर पोलियो रोधी टीका लगाने के लिए व्यवस्था की है – चाहे वह नागरिक हवाई अड्डे हों या सैन्य हवाई अड्डे हों। क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में जंगली पोलियो है। हमने लोगों के आरटी-पीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की है। कुछ का टेस्ट पॉजिटिव आया है। उन्हें अलग कर दिया गया है। कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं। छावला आईटीबीपी कैंप में कई लोगों को क्वारंटाइन किया गया है, वे वहां 14 दिन रहेंगे। उनके लक्षणों को देखते हुए आगे का फैसला लिया जाएगा
भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना केस 40 हजार से ज्यादा दर्ज किए गए हैं। बीते दिन 46,164 नए केस सामने आए और 607 लोगों की मौत हुई। कोरोना से 34,159 मरीज ठीक हुए हैं, जिसके बाद ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा 3,17,88,440 हो चुका है। वहीं रिकवरी रेट 97.63 फीसद है। भारत में एक्टिव केस की संख्या 3,33,725 है। वीकली पोजिटिविटी रेट 2.02 फीसद है, जो कि पिछले 62 दिनों से 3 फीसद से नीचे है, वहीं डेली पोजिटिविटी रेट 2.58 फीसद है।
देश के कोरोना के कुल मामलों में 58.4 फीसद केरल से
केरल में एक दिन में 31,445 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 38,83,429 हो गई। वहीं 215 और संक्रमितों की मृत्यु के साथ राज्य में संक्रमण से मृतक संख्या 19,972 पहुंच गई है। पिछले सप्ताह कुल कोरोना मामलों में से 58.4 फीसद केरल से सामने आए हैं।
लापरवाही से फूटा कोरोना बम
कहा जा रहा है कि केरल में ओणम के उत्सव के बाद राज्य में एक बार फिर से कोरोना के केस में बढ़ोतरी देखी गई है। केरल सरकार द्वारा ढील दी गई जिससे धर्मस्थलों और बाजारों में लोगों की भीड़ जुटने लगी। जब शारीरिक दूरी की बंदिशें हटीं तो कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल गया। इन्हीं लापरवाहियों की वजह से केरल में ‘कोरोना बम’ फूट गया है।
त्योहारों में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
अब चिंता की बात यह है कि देश में अगले कुछ महीनों में दशहरा और दिवाली जैसे त्योहार आने वाले हैं। अगर ढील और लापरवाही बरती गई तो शायद केरल की तरह पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। केरल में नए मामलों में बढ़ोतरी ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को और बढ़ा दिया है। वहीं विशेषज्ञों ने भी पहले ही अक्टूबर में तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है। वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) के तहत गठित एक्सपर्ट पैनल ने तीसरी लहर की अक्टूबर के आसपास पीक पर पहुंच सकती है। कमेटी ने इस दौरान बच्चों के लिए बेहतर मेडिकल तैयारी की जरूरत पर जोर दिया है।
महाराष्ट्र में भी आ रहे ज्यादा मामले
केरल के अलावा महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है, जहां कोरोना के मामले और राज्यों के मुकाबले ज्यादा आ रहे हैं। महाराष्ट्र में बीते दिन 5,031 नए मामले दर्ज किए गए। मध्य प्रदेश में पहली बार दो मरीजों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इन लोगों में बीते तीन जुलाई को इंदौर में कोरोना का पता चला था।
टीकाकरण पर देना होगा जोर
दिल्ली एम्स के प्रमुख डा. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि देश में अब कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों के वैक्सीनेशन पर ध्यान देना चाहिए! साथ ही उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज के लिए अभी थोड़ा इंतजार कर सकते हैं। सीरो सर्वे में सामने आया है कि तीसरी लहर में कोरोना के कम से कम मामले तभी आएंगे, जब वैक्सीनेशन पूरी क्षमता से जारी रहेगा। देश में पिछले 24 घंटे में 80,40,407 लोगों को वैक्सीन लगी है। अब तक देश में 60 करोड़ से अधिक कोविड-19 की वैक्सीन लग चुकी है।