परिजन चीखते रहे, बार—बार दोहराते रहे कि पिताजी को गोली लगी है, किसी ने गोली मारी है, पर थानेदार ने मौत की वजह ‘आकाशीय बिजली’ के गिरने से मौत होना बताकर रिपोर्ट बना दिया, लेकिन हत्या का प्रकरण दर्ज नहीं किया। अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दारोगा के बुजुर्ग पिता की मौत के मामले में थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
थाना प्रभारी सस्पेंड
इस गंभीर मामले में अब आईजी लक्ष्मी सिंह ने माल थाना प्रभारी राम सिंह को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही एसपी ग्रामीण ह्रदयेश कुमार और सीओ मलिहाबाद नवीन शुक्ला से मामले पर स्पष्टीकरण मांगा गया गया है। बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट आए ही माल एसएचओ और अधिकारियों ने मौत की वजह को आकाशीय बिजली गिरना बताया था।
पूरा मामला यह था
लखनऊ में बाहर बरामदे में सो रहे 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक के बेटे का दावा था कि रात 12:00 बजे दो बार फायरिंग की आवाज आई, तो मैं अपनी मां के साथ घर से बाहर निकला तो देखा पिताजी जोर-जोर से हाथ हिला रहे थे और मच्छरदानी गिरा हुआ था।
सीने में छर्रे लगे थे
मृतक के बेटे ने कहा कि पापा के सिर से खून निकल रहा था। मृतक के बेटे ने बताया कि पापा के सीने में छर्रे लगे थे और बारूद भी निकल रहा था, जिसके चलते हम लोग फिर उनको निकट के स्वास्थ्य समुदायिक केंद्र ले गए, फिर वहां से अपोलो अस्पताल ले जा रहे थे तो रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। लखनऊ पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, थानाध्यक्ष माल को अटारी से आए लोगों ने बातचीत में बताया की आकाशीय बिजली गिरने से इनकी मौत हुई है।
इस मामले में डिप्टी एसपी नवीना शुक्ला ने कहा कि रात को सूचना मिली थी कि आकाशीय बिजली से मौत हुई है, जबकि परिजनों के संदेह के हिसाब से मृतक को गोली मारी गई है, फॉरेंसिक टीम मौके पर आई थी और साक्ष्य को इकट्ठा किया है, मच्छरदानी और अन्य चीजों को कब्जे में लिया गया है, परिजनों द्वारा तहरीर पुलिस को दी गई है।