गरियाबंद। वन विभाग की तरफ से वनभैसा के संरक्षण व संवर्धन को बनाने की कोशिशों को बड़ा धक्का लगा है। छत्तीसगढ़ की इकलौती मादा वन भैंसा की मौत हो गई है। गरियाबंद के उन्नति अभ्यासरण में प्रदेश की एकलौती बची वनभैंसा रखी गई थी। खुशी नाम की यह मादा वन भैंसा दो दिनों से बीमार थी। तड़के करीब 4:00 बजे सुबह खुशी नाम की मादा वनभैंसा की मौत हो गई है।
इधर इकलौती बची मादा वन भैंसा की मौत के बाद हड़कंप मच गया। वन विभाग के टॉप अधिकारी उदंती अभ्यारण पहुंच रहे हैं। आपको बता दें कि वन भैंसा के संरक्षण और संवर्धन को लेकर वन विभाग काफी चिंतित था। पिछले कई सालों से मादा वनभैंसा को लेकर वैज्ञानिक पद्धति से भी मादा ब्रिंडिंग की कोशिशें की जा रही थी। लेकिन अभी तक वन विभाग को कामयाबी नहीं मिली थी। इसी बीच मादा वनभैसा की मौत हो गई। मादा वनभैसा के मौत की खबर के बाद मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी राजेश पांडे उन्नति सीता नदी टाइगर रिजर्व के निर्देशक आयुष जैन तथा वन विभाग आला अफसरों की अभ्यारण पहुंच गए हैं। और डॉक्टर की टीम वनभैंसा की मौत के कारणों की पता लगा रही है।