प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात प्रोग्राम के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि आज मेजर ध्यानचंद की जयंती है। मैं सोच रहा था कि ध्यानचंद जी की आत्मा जहां होगी प्रसन्न होगी। दुनिया में भारत की हॉकी का डंका बजाने का काम ध्यानचंद की हॉकी ने किया था। 4 दशक बाद भारत के बेटे और बेटियों ने हॉकी में जान भर दी।
कितने ही मेडल मिल जाएं, हॉकी का मेडल मिलने के बाद ही भारतीय आनंद लेता है। इस बार पदक मिला। ध्यानचंद जी का जीवन खेल को समर्पित था, उनकी आत्मा प्रसन्न होगी।
नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट
मन की बात के 79वें एपिसोड में मोदी ने ओलिंपिक जाने वाले खिलाड़ियों को चीयर करने की बात कही, तो कारगिल के शहीदों को भी याद किया। उन्होंने आजादी के 75 साल पूरे होने पर नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट का नारा भी दिया।
खादी का उपयोग करने की अपील
कार्यक्रम में मोदी ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु समेत देशभर में इनोवेटिव काम कर रहे लोगों की तारीफ की। वोकल फॉर लोकल पर जोर देते हुए उन्होंने लोगों से हैंडलूम और खादी का इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि रोज का कामकाज करते हुए भी हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं, जैसे वोकल फॉर लोकल। हमारे देश के स्थानीय उद्यमियों, आर्टिस्टों, शिल्पकारों, बुनकरों को सपोर्ट करना, हमारे सहज स्वभाव में होना चाहिए।
मिले सुझाव ही “मन की बात” की असली ताकत
प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात में हम पॉजिटिव बातें करते हैं, इसका कैरेक्टर कलेक्टिव है। सकारात्मक विचारों और सुझावों के लिए भारत के युवाओं की ये सक्रियता मुझे आनंदित करती है। आप लोगों से मिले सुझाव ही मन की बात की असली ताकत हैं।