यूं तो भगवान कृष्ण की भक्ति में बहुतेरे लोग लगे हुए हैं, पर राधा, रूख्मणी और मीरा बाई का दर्जा किसी को नसीब नहीं हुआ है। कलयुग में भगवान की भक्ति को अपने आप में संपूर्ण बताया गया है। इस बीच एक बेहद रोचक जानकारी सामने आई है, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जाएगा।
सीहोर: भक्तों की कहानी तो सबने बहुत सुनी होगी, लेकिन आज जन्माष्टमी के दिन हम आपको कृष्ण भक्त के बारे में बताने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के सीहोर में कान्हा की एक ऐसी भक्त हैं जिनपर भगवान पूरी तरह मेहरबान हैं।
सीहोर से करीब 30 किलोमीटर दूर मोलगा गांव में रहने वाली सुनीता बाई कृष्ण की बहुत बड़ी भक्त हैं, वह रोज गीता का पाठ करती हैं। हैरानी की बात यह है कि जब वह पूजा कर के उठती हैं उनके हाथ में खुद ब खुद मक्खन होता है। जिसे वह प्रसाद के रूप में गांव के लोगों में बांट देती हैं।
खोला यह रहस्य
सुनीता ने बताया कि वह बचपन से ही कृष्णा की भक्ती में लीन हैं। उनका कहना है कि बचपन में भगवान कृष्ण ने उनके सपने में आकर उन्हें अपनी गोपी बताया था। उनके मुताबिक भगवान ने उन्हें बताया था कि सारी गोपियां उनसे मक्खन छीनकर खाती थीं, इसलिए भगवान कृष्ण ने उन्हें मक्खन का वरदान दिया था। तभी से सुनीता के हाथ में खुद मक्खन आने लगा।
बता दें कि सुनीता बाई कृष्ण मंदिर में ही रहकर अपना जीवन बिता रही हैं। वह कृष्ण की भक्ति में लीन हो चुकी हैं, उनके हाथ में मक्खन के चमत्कार को देखने लोग दूर-दूर से आते हैं। सुनीता ने करीब 10 साल पहले अपने घर पर ही मंदिर बनवाया था। जिसका खर्च भी सुनीता ने खुद ही उठाया।
बीता रहीं हैं साध्वी का जीवन
सुनीता ने बताया कि साल 1990 में उनकी शादी भोपाल के नरेला में हुई थी। पति ओमप्रकाश वर्मा CRPF में सैनिक थे, जो जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए। सुनीता का कहना है कि उनके पति ने भी उनकी भक्ति में कभी बाधा नहीं डाली। लेकिन पति की मौत के बाद ससुराल में संबंध अच्छे नहीं रहे। जिसके कारण वह अपने मायके आ गईं।