छत्तीसगढ़ में भाजपा आसन्न विधानसभा चुनाव में जीत और सत्ता पर काबिज होने की रणनीति बना रही है। इसके लिए पार्टी ने बस्तर जिले जगदलपुर में एक चिंतन शिविर का आयोजन कर तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। बीजेपी छत्तीसगढ़ में साल 2003 से 2018 तक सत्ता में रही है। हालांकि, बीते चुनाव में कांग्रेस से हार मिलने के बाद एक बार फिर से पार्टी ने 2023 के चुनावों के लिए अपने काडर में जोश भरना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने इसकी शुरुआत आदिवासी इलाकों से की है, जहां पार्टी ने अपनी पकड़ खो दी थी।
छत्तीसगढ़ में यह पहला चिंतन शिविर है जो रायपुर से बाहर आयोजित हो रहा है। अभी तक यह सिर्फ राज्य की राजधानी में ही होता था। लेकिन इस बार इसका आयोजन बस्तर में हो रहा है।
दो दिवसीय चिंतन शिविर 1 और 2 सितंबर को आयोजित किया जा रहा है। बीजेपी को उम्मीद है कि इसके जरिए वह आदिवासी इलाकों में थोड़ी पकड़ मजबूत करेगी। पार्टी इस चिंतन शिविर में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों का रोडमैप तैयार करेगी।
इस शिविर में बीजेपी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शिव प्रकाश, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, राष्ट्र महासचिव प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह-प्रभारी नितिन नवीन सिन्हा शामिल होंगे।
इस दौरान यह योजना बनाई जाएगी कि पार्टी कार्यकर्ता कैसे कांग्रेस के अधूरे वादों को जनता के सामने लाएंगे। हालांकि, बीजेपी की ओर से राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर कोई संकेत अभी तक नहीं दिया गया है।