राजनांदगांव। शहर के एक ऑटो चालक ने सोने व चांदी के जेवरात से भरा बैग वापस कर ईमानदारी की मिसाल पेश की है।
अपनी बेटी को तीज के अवसर पर मायके ले जाने उसके ससुराल चंद्रपुर पहुंचे पिता जितेंद्र देशमुख जब अपनी बेटी को लेकर आज अपने घर दुर्ग लौट रहे थे तो उन्होंने राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद दुर्ग जाने बस स्टैंड तक के लिए एक ऑटो में सफर किया। इसके बाद बस स्टैंड से बस में बैठकर वह दुर्ग के लिए रवाना हो गए। राजनंदगांव के सोमनी क्षेत्र तक जब वह पहुंचे तो उन्हें याद आया कि उनके हाथ में एक बैग भी था जिसमें बेटी के सोने व चांदी के जेवरात थे। इसके बाद जितेंद्र देशमुख अपनी बेटी के साथ कोतवाली थाने मामले की सूचना देने पहुंचे।
इसी दरमियान राजनांदगांव शहर के ममता नगर निवासी ऑटो चालक देवेश सिंह भी गहनों से भरा बैग लेकर कोतवाली थाने पहुंच गया। इस बैग को देख जितेंद्र देशमुख और उनकी बेटी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दरअसल ऑटो चालक देवेश सिंह की नजर अपने ऑटो में पड़े इस बैग पर पड़ी थी, जिसके बाद उक्त बैक को पुलिस के हवाले करने ऑटो चालक कोतवाली थाने तक पहुंचा था। ऑटो चालक देवेश की ईमानदारी को देखकर जितेंद्र देशमुख और कोतवाली थाने के प्रभारी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने उसकी इस ईमानदारी की प्रशंसा की।
आज के इस दौर में भी देवेश सिंह जैसे ऑटो चालकों की वजह से ही ईमानदारी की मिसालें जिन्दा है। इस बैग में सोने के नेकलेस, चूड़ियां, पायल व अन्य जेवरात थे। जिसे पूरी ईमानदारी के साथ ऑटो चालक देवेश ने पुलिस के सुपुर्द किया और पुलिस ने इन गहनों को देवेश व उनकी पुत्री को सौंपा है।