ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। इस साल पैरालिंपिक में पहली बार खेले जा रहे बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को उन्होंने फाइनल में एकतरफा अंदाज में हराया। 21-14 से पहला गेम जीतने के बाद दूसरे गेम में ब्रिटिश शटलर ने वापसी की, लेकिन 4-11 से पिछड़ने के बाद प्रमोद ने पलटवार किया और 21-17 से मैच अपने नाम कर लिया। यह भारत का तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में दिन का का दूसरा और कुल चौथा गोल्ड था।
17th medal for India, A Bronze by Manoj.🥉🇮🇳#ManojSarkar clinches Bronze in #ParaBadminton Men's Singles SL3 event defeating his Japanese counterpart.
Well done Champ ! Congratulations 🎉🎉👏👏👏 #Praise4Para pic.twitter.com/Rkg2offCNW
— Dept of Sports MYAS (@IndiaSports) September 4, 2021
पोलियोग्रसित है प्रमोद भगत का पैर
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और एशियाई चैंपियन 33 वर्षीय प्रमोद भगत ने एसएल3 क्लास में जापान के दाइसुके फुजीहारा को 36 मिनट में 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। पांच वर्ष की उम्र में पोलियो के कारण उनका बायां पैर विकृत हो गया था। प्रमोद ने विश्व चैंपियनशिप में चार गोल्ड समेत 45 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में पिछले आठ साल में उन्होंने दो स्वर्ण और एक रजत जीते। 2018 पैरा एशियाई खेलों में उन्होंने एक रजत और एक कांस्य जीता।
It's official Pramod Bhagat wins first ever GOLD for India in the first ever edition of #ParaBadminton at #Paralympics pic.twitter.com/J4zgwwMmu2
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) September 4, 2021
मनोज सरकार ने जीता ब्रॉन्ज
जिस वक्त प्रमोद भगत गोल्ड मेडल के लिए भिड़ रहे थे, उसी दौरान उनके बाईं ओर दूसरे कोर्ट में मनोज भी अपना जादू बिखेर रहे थे। बैडमिंटन SL3 इवेंट में जापानी शटलर को हार का मुंह देखना पड़ा। इस तरह भारत के नाम अब कुल 17 मेडल हो गए हैं। चार गोल्ड, सात सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल शामिल है।