रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शिक्षक दिवस के मौके पर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आर डी तिवारी स्कूल पहुंचे। वहां पर उन्होंने बच्चों से मुलाकात करने के साथ ही शिक्षकों से भी बातचीत की। इस दौरान मीडिया से हुई चर्चा में उन्होंने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते समाजिक भाईचारा और कानून की रक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। जिसका अपमान नहीं होना चाहिए। यदि कोई जानबूझकर ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई का प्रावधान है, चाहे उनके पिता ही क्यों ना हो।
आज आर डी तिवारी स्कूल, जिसे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में तब्दील किया गया है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जायजा लेने पहुंचे। शिक्षक दिवस के अवसर पर स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई व्यवस्था को लेकर बच्चों और शिक्षकों से जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश के ऐतिहासिक महत्व के स्कूलों को नई साज—सज्जा के साथ तैयार किया गया है। इन स्कूलों में इंग्लिश मीडियम के साथ ही हिन्दी माध्यम में भी बच्चों को शिक्षा मिले, इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।
एक पुत्र के रूप में मैं अपने पिता जी का सम्मान करता हूँ लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को अनदेखा नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो।
हमारी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हों।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 5, 2021
इस दौरान मीडिया से हुई चर्चा में पिता नंदकुमार के ब्राह्मण विरोध बयान को लेकर भी सवाल किया गया, जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट कर दिया कि ‘पिता के उनका सम्मान यथावत है, लेकिन मुख्यमंत्री होने के नाते प्रदेश में सामाजिक दुराग्रहता उचित नहीं है, इससे वे बेहद दु:खी हैं। लिहाजा बतौर सीएम इसकी रक्षा उनका प्रमुख दायित्व है, इसलिए वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।’