रायपुर। आज देशभर में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के तौर पर शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया है। छत्तीसगढ़ में भी परंपरागत तौर पर राजभवन में रविवार अवकाश होने के बाद भी शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
शिक्षक दिवस के इस खास मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश उन तमाम शिक्षकों को सम्मानित किया, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बाद भी शिक्षा को निर्बाध गति देने में अविस्मरणीय योगदान दिया है।
देश और प्रदेश विगत दो सालों से कोरोना महामारी की चपेट में है, इसके बाद भी शैक्षणिक गतिविधियों की निरंतरता, जो बड़ी चुनौती थी, उसे स्वीकार किया गया और बच्चों को मार्गदर्शन मिलता रहा।
आज शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान राज्यपाल अनुसुईया उइके ने उन्हीं बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा की अलख को जगाए रखने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो अग्रणी भूमिका निभाई है, वह वास्तव में उल्लेखनीय है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को इसके लिए साधुवाद दिया।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां पर शिक्षा एक सतत खोज की तरह है। भारत में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के साथ ही नई खोज और तकनीक के लिए जो प्रयास किए जा रहे है, वह बगैर शिक्षक के संभव नहीं है।