फिजिकल रिलेशन बनाने में कमी आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है। जिससे आप कई संक्रमण व फ्लू से जल्दी-जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। एक स्टडी में पाया गया कि, जो लोग नियमित सेक्शुअल रिलेशन बनाते हैं, उनके स्लाइवा में विभिन्न संक्रमण से लड़ने वाली एंटीबॉडीज ज्यादा होती हैं।
शारीरिक संबंध में कमी के कारण महिलाओं के जननांग का स्वास्थ्य गिर सकता है। उसमें ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है और अगली बार शारीरिक संबंध बनाने पर कामोत्तेजना में कमी देखी जा सकती है।
Anna Klepchukova के मुताबिक नियमित फिजिकल रिलेशन ना बनाने पर दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। सेक्शुअल रिलेशन बनाना एक प्रकार की एक्सरसाइज की तरह काम करता है, जो शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के स्तर को संतुलित रखता है, जिससे दिल के रोगों का खतरा कम होता है।
इंटरकोर्स में कमी के कारण मासिक धर्म में महिलाओं को होने वाले मेस्ट्रुअल क्रैंप से ज्यादा दिक्कत हो सकती है। इंटरकोर्स के दौरान महिलाओं के अंदर एंडोर्फिन हॉर्मोन बढ़ते हैं और यूटेराइन कॉन्ट्रैक्शन बढ़ता है। दोनों ही चीजें पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक यौन संबंध बनाने में कमी के कारण शरीर में एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन का स्तर कम हो सकता है। यह आपके तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं।
लंबे समय तक शारीरिक संबंध ना बनाने पर लिबिडो यानी यौनेच्छा (कामेच्छा) में कमी हो सकती है। नियमित सेक्स सेक्शुअल ड्राइव को बढ़ाने में भी मददगार होता है।
नियमित शारीरिक संबंध ना बनाने पर आपके पार्टनर के साथ रिश्ते पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि, यह आपसी समझदारी पर ज्यादा निर्भर करता है।