ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। तीन दोस्तों में ऐसी अजीब शर्त लगी कि वे 400 किलोमीटर दौड़ते हुए दूसरे देश पहुंच गए। यह सब तब हुआ जब तीनों बैठकर शराब पी रहे थे, इसी बीच नशे में तीनों में शर्त लगा ली और इसी शर्त को पूरा करने के लिए तीनों दौड़ पर निकल पड़े। आश्चर्य की बात यह है कि तीनों किसी तेज तर्रार धावक की तरह दौड़े और यह शर्त पूरी की। लेकिन तीनों ऐसी-ऐसी जगहों से गुजरे जिसे सुनकर लोग हैरान रह गए।
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दरअसल, मिरर यूके की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जॉडी ब्रैगर, गॉल्ड और गेबे नामक तीन दोस्त अफगानिस्तान के किसी कोने में बैठकर पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान तीनों के बीच शर्त लग गई। तीनों ने शराब पीने के बाद तय किया कि घूमते हुए ग्लोब पर जहां वो उंगली रख देंगे, वहां तक वे दौड़कर जाएंगे। इसके बाद एक ने आंख मूंदकर उंगली रख दी और उसी पॉइंट के लिए तीनों निकल पड़े।
दुर्गम पहाड़ी इलाकों में दौड़े 400 km
रिपोर्ट के मुताबिक, शर्त को पूरा करने के लिए तीनों दुर्गम पहाड़ी इलाकों में करीब 400 किलोमीटर दौड़े। ऐसा करने में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। धीरे-धीरे वे पड़ोसी देश ताजिकिस्तान पहुंच गए। वे अफगानिस्तान की सीमा से लगे चीन तक और ताजिकिस्तान की बारटांग घाटी तक दौड़े। इस क्षेत्र को दुनिया के सबसे दूरस्थ और निर्जन क्षेत्रों में से एक माना जाता है। ये पामीर पर्वत से होकर गुजरता है।
शर्त पूरा करने का था जुनून
रिपोर्ट ने इस मामले पर तीनों का बयान भी छापा है। जॉडी ब्रैगर ने बताया कि मैं अफगानिस्तान की सेना से रिटायर हूं और मैं दौड़ने में काफी अच्छा हूं। लेकिन शराब पीने के मामले में उससे भी अच्छा हूं। जब नशे में यह थी शर्त लगी तो मुझे ताजिकिस्तान के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन शर्त को पूरा करने का जुनून ऐसा था कि सब होता चला गया।
बताया कि कैसे पूरी की रेस-
रेस की शुरुआत के दौरान उनके पास एक मैप था, और रास्ते को लेकर जानकारी कम थी।उन्होंने इस सफर के दौरान बीमारी, चोटों, कुदरती बाधाओं, चिलचिलाती गर्मी और वीजा जैसी कई चुनौतियों का सामना कर दुनिया की छत कहे जाने वाले पामीर के पठार को भी पार कर लिया।
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सात दिनों में पूरी की रेस
बताया गया है कि इस सफर को तीनों ने सात दिनों में कुरकुल झील पर पहुंचकर पूरा किया है। इसके लिए वे हर दिन लगभग एक मैराथन से भी ज्यादा दौड़े। उन लोगों ने बताया कि ये रेस इसलिए भी अहम थी कि हम ऐसी जगह पर दौड़े जहां के बारे में हमने पहले सुना भी नहीं था। इन तीनों दोस्तों की इस अजब रेस को सोर्सी फिल्म्स ने डॉक्यूमेंट भी किया है।