कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर से दिल-देहला देने वाली खबर सामने आ रही है, सोमवार देर रात तेंदुए ने एक महिला को मार डाला। महिला घर से जैसे ही बाहर निकली, तेंदुआ उसे घसीटता हुआ ले गया। शोर सुनकर परिजन और आसपास के लोग बाहर निकले, लेकिन तब तक महिला को तेंदुआ ले जा चुका था। अगले दिन सुबह महिला का शव घर से पांच किलोमीटर दूर बुरी हालत में मिला। इलाके में 30 दिन में यह दूसरी घटना है। ग्रामीणों ने तेंदुए को मारने या कहीं और छोड़ने की मांग की है।
घटना चारामा वन परिक्षेत्र के भैसाकट्टा गांव निवासी उर्मिला जैन (35) के साथ सोमवार देर रात करीब 3 बजे हुई। वह घर से बाहर टॉयलेट के लिए निकली थी। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया था।
गांव में 14 घंटे से लाइट नहीं, अंधेरा होने के चलते रात को दहशत
इस घटना के बाद से गांव में लोगों के बीच डर बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना का एक कारण गांव में लाइट नहीं होना भी है। पिछले 14 घंटे से सप्लाई बंद हैं। अंधेरा होने पर लोगों में तेंदुए की दहशत बढ़ जाती है। इसी का फायदा तेंदुए को भी मिलता है। ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ कर घने जंगल में छोड़ने या फिर उसे मारने की मांग की है। लोगों का आरोप है कि वन विभाग शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
एक माह में दूसरी घटना, ग्रामीण बोले- आदमखोर हो चुका है
इलाके में एक माह के दौरान तेंदुए के हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले पलेवा गांव में घर में सो रहे वृद्ध को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ आदमखोर हो चुका है। पहले बकरी और पशुओं का ही शिकार करता था। अब लोगों पर भी हमला करने लगा है। रेंजर आरके सिंह का कहना है कि वन विभाग के अफसरों से इस संबंध में बात की जाएगी। उनकी ओर से निर्णय लेने के बाद ही आगे कुछ हो सकेगा।