बालासन – ये आसन बच्चों के लिए आराम करने के लिए बहुत अच्छा है. ये शरीर में रक्त के प्रवाह को नियंत्रित करता है. बालासन करने से शरीर के अंदरूनी अंगों में लचीलापन आता है. बालासन को करने से शरीर को आराम और शांति मिलती है.
ताड़ासन – बच्चों की लंबाई बढ़ाने के लिए ये आसन बहुत अच्छा है क्योंकि ये शरीर की सभी मांसपेशियों को एक साथ फैलाता है. मांसपेशियों के सभी तनाव और जकड़न से छुटकारा दिलाता है.
वृक्षासन – पेड़ मजबूत, स्थिर, छाया और भोजन प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं. बच्चों के लिए संतुलन, ध्यान और एकाग्रता के लिए ये मुद्रा बहुत अच्छी है. ये आसन रीढ़ और पेट को भी स्वस्थ रखता है.
सर्वांगासन – सर्वांगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए एकदम सही मुद्रा है. पीठ और गर्दन को लचीला बनाता है. साथ ही सिर की ओर रक्त की बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित करता है.
अनुलोम विलोम प्राणायाम – सांस लेने का सही तरीका ही सेहत में काफी बदलाव ला सकता है. बच्चों को सांस लेने की ये तकनीक सिखाने से उन्हें सहनशक्ति बढ़ाने, फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और ध्यान और एकाग्रता में सुधार करने में मदद मिलती है.