गुवाहाटी. असम के अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के कम से कम छह कर्मचारियों को सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है जिसकी वजह से कुछ दिन पहले ब्रह्मपुत्र नदी में 90 से ज्यादा लोगों को ले जा रही एक नाव के पलटने से दो लोगों की मौत हो गई थी तथा एक अन्य लापता हो गया था. पुलिस सूत्रों ने कहा कि घटना के संबंध में उक्त कर्मचारियों के खिलाफ गैर इरादत हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
उल्लेखनीय है कि जोरहाट जिले के नीमती घाट क्षेत्र में गत आठ सितंबर को 92 लोगों को ले जा रही एक निजी नाव एक सरकारी नौका से टकराने के बाद पलट गई थी. इस हादसे में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और एक अन्य लापता हो गया. जोरहाट के पुलिस अधीक्षक अंकुर जैन ने रविवार को बताया कि निजी नौका पर काम करने वाले तीन लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया तथा कई अधिकारियों को बयान दर्ज कराने के वास्ते बुलाया गया. जैन ने कहा, ‘‘यह पता चलने बाद कि प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, हमने नीमती घाट के आईडब्ल्यूटी के छह कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. लापवाही न होती तो दुर्घटना टल सकती थी.’’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के साथ धारा 34 (समान इरादे से कई व्यक्तियों द्वारा किया गया अपराध) के तहत मामला दर्ज किया है. जैन ने कहा, ‘‘माजुली जिले में कमलाबाड़ी में निजी नाव पर काम करने वाले तीन व्यक्तियों को भी पूछताछ के लिए पकड़ा गया. हम माजुली पुलिस से समन्वय स्थापित कर रहे हैं और जोरहाट से एक दल वहां पहुंचेगा.’’ उन्होंने कहा कि आईडब्ल्यूटी के किसी अधिकारी को अभी हिरासत में नहीं लिया गया है, लेकिन नीमती घाट क्षेत्र में तैनात कई अधिकारियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया.