मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में विभिन्न खेल संघों के प्रतिनिधियों और खिलाड़ियों के साथ प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने, खेल सुविधाओं के विकास और खेल प्रतिभाओं को निखारने से सम्बंधित विषयों पर विस्तार के साथ विचार-विमर्श किया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा से ही खेलों के प्रति रूचि रखने वाले राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने जब से प्रदेश की कमान संभाली है, निरंतर खेलों और खिलाड़ियों के साथ ही पदाधिकारियों का हौसला बढ़ाते रहे हैं। कोरोना काल के दौरान भी प्रदेश में खेलों का आयोजन होता रहा है, ताकि खिलाड़ी अपने खेलों से दूर ना हों और उनका अभ्यास ना रूके।
इसके साथ ही खेलों व खिलाड़ियों की सुविधाओं का भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खास ख्याल रखा है। प्रदेश में पहली बार खेल मड़ई का आयोजन किया गया था, जिसमें स्थानीय खेलों को जगह मिल पाई थी, जिसके रोमांच को कोई नहीं भूल पाया है। और हर किसी को अगले खेल मड़ई का इंतजार है, जो स्वस्थ माहौल में आयोजित हो।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल वर्चुअल रूप से जुड़े। मुख्यमंत्री निवास में संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव नीलम नामदेव एक्का, संचालक खेल श्रीमती श्वेता सिन्हा, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा सहित ओलंपिक संघ और विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी पदमश्री सबा अंजुम, हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे, वेटलिफ्टर आकाशदीप सारंग सहित अनेक खिलाड़ी उपस्थित थे।