जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण के आधार पर नौकरी करने वालों की बर्खास्तगी की मांग ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। प्रदेश में छग अजजा शासकीय सेवक संघ ने अब बस्तर संभाग में दौरा करना शुरू कर दिया है।
बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा बीजापुर सहित कोंडागांव व अन्य जिलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे लोगों को हटाने व पदोन्नति में आरक्षण पर सरकार द्वारा लगाए गए बेन को निरस्त करने की मांग संघ के पदाधिकरियों ने की है। छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ के पदाधिकारियों ने इस मामले को लेकर बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल से मुलाकात की है।
बताया जा रहा है कि उच्च स्तरीय छानबीन समिति द्वारा जांच में 267 सरकारी अफसर-कर्मियों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। इन लोगों को जल्द से जल्द पदों से हटाने की मांग की गई है, इसके अलावा पदोन्नति में आरक्षण पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की गई। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों ने यह दावा करते हुए कहा प्रदेश में 12000 से अधिक पदों में भर्ती हुई लेकिन आरक्षण का पालन नहीं किया गया, जिसकी वजह से अनुसूचित जनजाति के 4000 लोगों की नौकरी अन्य वर्ग के लोगों को मिल गई।