सक्ती। जनपद पंचायत शक्ति के सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने 13 सितंबर को जांजगीर-चांपा जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला से मिलकर जनपद पंचायत शक्ति में 15 वे वित्त के अंतर्गत आवंटित राशि से अनुमोदित कार्य योजना पर रोक लगाने की मांग की है। धर्मेंद्र सिंह सहित ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालों में जनपद सदस्य रामकुमार गबेल, शशि कंवर, भुनेश्वरी कंवर, गायत्री सिदार, सावित्री नेताम, अमर सिंह सिदार,अशोक यादव एवं ननकी नोनी प्रमुख हैं।
धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में कलेक्टर से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को बताया कि जनपद पंचायत शक्ति में 15वें वित्त योजना के अंतर्गत वर्ष 2020- 21 एवं वर्ष 2021-22 में लगभग 25200000 के कार्य स्वीकृत किए जाने हेतु वर्किंग कमेटी का गठन किया गया था। किंतु वर्किंग कमेटी के गठन के बावजूद मनमाने ढंग से उपरोक्त राशि को अपने- अपने क्षेत्रों में ही दे दिया गया है।तथा विगत महीनों में संपन्न सामान्य सभा की बैठक में पारित संकल्प प्रस्ताव को वर्तमान परिपेक्ष में बिना चर्चा कराए ही जनपद सदस्यों की अनदेखी की जा रही है। 15 वें वित्त की आवंटित राशि को कुछ जनपद सदस्यों के क्षेत्रों में ही लगभग 80% राशि दे दी गई है। जनपद पंचायत में सदस्यों की मांगों को निरंतर नजरअंदाज किया जा रहा है। जनपद सदस्य धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में कलेक्टर से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल को कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने उनके ज्ञापन पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत शक्ति को टीप कर आवश्यक संज्ञान लेने के निर्देश दिए हैं। प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व में पारित संकल्प पत्रों सहित अन्य दस्तावेजों की छाया प्रति भी अपने ज्ञापन के साथ अटेच कर 15 वे वित्त की वर्तमान में आवंटित राशि की अनुमोदित कार्य योजना पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। धर्मेंद्र सिंह ने कहा है कि जनपद पंचायत को प्राप्त कुल राशि का आवंटन सभी जनपद क्षेत्रों में बराबर- बराबर किया जाना चाहिए।जब तक राशि का आवंटन विधिवत नहीं हो जाता तब तक इस पर रोक लगाई जाए।