राजनीति में कब किसका भाग्य चमक जाए, अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। यही गुजरात में हुआ है। भूपेन्द्र पटेल जो आज गुजरात के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले हैं, चर्चा में उनका नाम तक नहीं था, जबकि मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल को माना जा रहा था।
भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद जब मुख्यमंत्री के नाम के घोषणा की समय आया और भूपेन्द्र पटेल का नाम पर्यवेक्षकों ने घोषित किया, तो कुछ पल के लिए पूरे माहौल में सन्नाटा पसर गया था। हालांकि यह शांति चिरस्थायी नहीं थी। उसके बाद तालियों की गड़गड़ाहट और बधाईयों का सिलसिला शुरू हो गया।
Bhupendra Patel is my old family friend. I congratulated him. We will be happy to see him take oath as CM. He has also asked for my guidance whenever needed: Gujarat Deputy CM Nitin Patel pic.twitter.com/1ihmI1OGlf
— ANI (@ANI) September 13, 2021
सबसे बड़ी चर्चा का विषय यह था कि नितिन पटेल, जिन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जा रहा था, उन्हें कमान नहीं सौंपी गई। इस बात को लेकर नितिन पटेल के दिल में कसक जरुर रह गई है। नितिन पटेल को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने की आस लगाए बैठे हुए थे, लेकिन उनकी आस टूट गई है।
हालांकि नितिन पटेल ने मीडिया के सामने बयान दिया है कि उन्हें जैसी भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसका वे पूरी इमानदारी से निर्वहन करते रहेंगे। पटेल ने कहा कि पार्टी ने उनका मान बढ़ाया है, उन्हें पार्टी से किसी तरह का गिला—शिकवा नहीं है।