रायपुर। सावन भर बदरा घुमड़—घुमड़कर रह गए, पर छत्तीसगढ़ के लोगों को सावन की फुहार का आनंद नहीं मिला। फसलों को लेकर किसानों के माथे पर बल पड़ गया, तो सरकार की चिंता बढ़ गई। अब भादो में मौसम का जो मिजाज बदला है, तो पूरे प्रदेश में चारों तरफ पानी—पानी हो गया है। आलम यह है कि सरकार को रेड अलर्ट घोषित करना पड़ गया है।
गणेश चतुर्थी के साथ छत्तीसगढ़ में बारिश की जो शुरुआत हुई है, वह आज पांचवें दिन भी यथावत है। प्रदेश के करीब 17 जिलों में खतरे की घंटी बज गई है, जिसकी वजह से मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है। प्रदेश की नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान तक जलस्तर पहुंच चुका है।
आने वाले दिनों में प्रदेश में जमकर बारिश होने के आसार हैं, वहीं आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा मंडरा रहा है, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ सरकार और मौसम विभाग ने संभावित खतरे को भांपते हुए सुरक्षा के नजरिए से रेड अलर्ट जारी कर रखा है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश के गरियाबंद, धमतरी, कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बलौदा बाजार, मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा, बिलासपुर, सुकमा, बीजापुर और उनसे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना है।