बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में एक ओर सरकारी अफसर भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी बनाया गया है। पूर्व जिला शिक्षाधिकारी, बिलासपुर रहे समग्र शिक्षा विभाग रायपुर के उप संचालक R.N. हीराधर के खिलाफ ACB ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। हीराधर के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने जमीन, मकान, महंगी गाड़ियां, कई बैंक खातों में रकम, दो दर्जन से अधिक फिक्स डिपाजिट (FD), बीमा पॉलिसी समेत करोड़ों की संपत्ति जुटाई है।
बताया जा रहा है कि बिलासपुर में कई सालों तक पदस्थ रहे जिला शिक्षा अधिकारी हीराधर के खिलाफ कुछ साल पहले ACB में शिकायत की गई थी। शिकायत में इस बात का उल्लेख था कि शिक्षा विभाग में विभिन्न जिलों में रहने के दौरान उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए मनमानी कमाई की और कई जगह चल-अचल संपत्ति जुटाई।
भ्रष्टाचार के सबूतों के साथ शिकायत
ACB में हीराधर के खिलाफ शिकायत करने वाले पूरे साक्ष्य उपलब्ध कराए थे। जिसमें बिलासपुर के विजयापुरम कॉलोनी में पत्नी भुवेनश्वरी के नाम पर 2507 स्क्वेयर फीट का प्लॉट है। इस जगह पर दो मंजिला मकान बनवाया गया है। मात्र इस जमीन की कीमत 48 लाख रुपए बताई जा रही है, जबकि निर्मित मकान की लागत 1 करोड़ से ज्यादा है।
अचल संपत्ति में निवेश
दी गई शिकायत में मोपका का भी उल्लेख है जहां पर बेटे रुबेल के नाम पर करीब 50 लाख रुपए की 4820 स्क्वेयर फीट जमीन है। विजयापुरम में दूसरे बेटे राहुल के नाम पर 2507 स्क्वेयर फीट जमीन है। चांटीडीह में खुद के नाम पर 3600 स्क्वेयर फीट जमीन खरीदी गई है। यहां पर रहने के लिए तीन मंजिला मकान का निर्माण कराया गया है। हीराधर ने खेती—किसानी में भी रूचि दिखाई है और कांकेर के चारामा में कृषि भूमि खरीद रखा है।
मामला यहीं खत्म नहीं होता
सरकारी अफसर हीराधर को लेकर ACB को शिकायत मिली है, उसमें बैंक डिपॉजिट का भी उल्लेख है। जिसमें 16 फिक्स डिपॉजिट, पत्नी और दोनों बेटों के नाम पर 10 फिक्स डिपॉजिट, बीमा पॉलिसी शामिल है। दोनों बेटों को लाखों रुपए खर्च कर MBBS बनाना गया है। बेटा राहुल विटारा ब्रीजा कार में चलता है, पत्नी डस्टर कार में चलती हैं, तो छोटा बेटा बुलेट की सवारी करता है। इन वाहनों की ही कीमत करीब 30 लाख रुपए है।