पंजाब कांग्रेस में जारी विवाद के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक से ठीक पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू कुछ नहीं संभाल सकता, मैं उसे अच्छी तरह जानता हूं। वो पंजाब के लिए भयानक होने वाला है।
सिद्धू पर हमला करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अगर उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बनाती है तो मैं इसका विरोध करूंगा क्योंकि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं जानता हूं पाकिस्तान के साथ कैसे इसका(नवजोत सिंह सिद्धू) का संबंध है। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री इसका दोस्त है, जनरल बाजवा के साथ इसकी दोस्ती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धू तो बाजवे के साथ है, इमरान खान के साथ है। रोज़ हमारे कश्मीर में जवान मारे जा रहे हैं। आपको लगता है मैं सिद्धू(नवजोत सिंह सिद्धू) के नाम को स्वीकार करूंगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वो मेरा मंत्री था और उसे निकालना पड़ा। 7 महीने तक अपनी फाइलें क्लियर नहीं की। क्या इस तरह का व्यक्ति जो एक विभाग नहीं संभाल सकता वो एक राज्य संभाल सकता है? उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री बनना ही नवजोत सिंह सिद्धू का एक मात्र लक्ष्य है।
कैप्टन अमरिंदर के इस्तीफे के कारणों पर चर्चा करते हुए जब उनसे पूछा गया कि अचानक आपको इतना बड़ा फैसला क्यों लेना पड़ा तो उन्होंने बताया कि यह फैसला अचानक नहीं लिया गया है, जबकि एक महीने पहले भी वह इसकी पेशकश कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मैंने चार हफ्तों पहले पार्टी अध्यक्ष के साथ हुई मुलाकात में कहा था कि मैं सिद्धू के साथ काम नहीं कर सकता हूं। उन्होंने बताया कि मैंने सोनिया गांधी से कहा था कि मैं सिद्धू को अच्छी तरह से जानता हूं वो किसी काम के नहीं है। उनके पास एक मंत्रालय था, जहां कोई काम नहीं हो रहा था। सात-सात महीनों की फाइलें वहां पेंडिंग पड़ी थी।