भाजपा की टिकट से पश्चिम बंगाल से दो बार के सांसद और मोदी सरकार में मंत्री रह चुके बाबुल सुप्रियों ने ‘कमल’ का साथ छोड़ ‘ममता’ की छांव को स्वीकार कर लिया है। केंद्रीय कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से सन्यास लेने की बात कहते हुए इस्तीफा सौंप दिया था।
बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल में भाजपा का एक बड़ा चेहरा थे। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मौका दिया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी। पश्चिम बंगाल को नेतृत्व देने की वजह से मोदी मंत्रिमंडल में उन्हें दोनों बार मौका मिला, लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार से ठीक पहले बाबुल सुप्रियो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। साथ ही राजनीति से सन्यास की घोषणा भी कर दी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व सांसद बाबुल सुप्रियो TMC में शामिल हुए। कुछ दिन पहले ही बाबुल सुप्रियो ने भाजपा को छोड़ा था। pic.twitter.com/nFFhXAd9AA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2021
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी बाबुल सुप्रियो ने वैसी रूचि नहीं दिखाई, जिसकी आवश्यकता थी। अंतत: भाजपा को पश्चिम बंगाल में शिकस्त मिली, लेकिन भाजपा ने हारकर भी बंगाल में अपनी बड़ी उपस्थिति दर्ज करा ली है।
अब आज अचानक बाबुल सुप्रिया ने, जबकि राजनीतिक सन्यास की घोषणा कर चुके हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके इस राजनीतिक स्टंट को लेकर ना केवल राजनीतिक गलियारों में, बल्कि सत्ता के गलियों में भी जमकर चर्चाएं हो रही हैं।