चंड़ीगढ़। ऐन विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में मुख्यमंत्री से कांग्रेस आलाकमान ने इस्तीफा मांग लिया। बीते कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में चली आ रही सत्ता और संगठन के बीच की खींचतान कम होगी, या फिर रस्साकशी और बढ़ जाएगी, यह कह पाना फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ के राजभवन में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को इस्तीफा सौंपा। pic.twitter.com/Jmf83SlraU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2021
विदित है कि जब से पंजाब में कांग्रेस संगठन की कमान नवजोत सिंह सिद्धू के हवाले की गई है, तब से सत्ता और संगठन के बीच जबरदस्त रस्साकशी का दौर चल रहा था। आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे से यह तो तय हो गया कि जोर आजमाईश में सिद्धू का पलड़ा भारी पड़ गया।
मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें(कांग्रेस अध्यक्ष) जिसपर विश्वास है उसे मुख्यमंत्री बनाए: कैप्टन अमरिंदर सिंह pic.twitter.com/23Ei4KEwEw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2021
आज राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर जैसे ही राजभवन से बाहर निकले, उन्हें मीडिया ने घेर लिया। सवालों की बौछार हुई, जिसमें यह भी पूछा गया कि उनके बाद पंजाब की सत्ता का कमान किसे सौंपा जाएगा? इस सवाल पर बिफरते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने जिस पर विश्वास किया है, उसे मुख्यमंत्री बनाए, इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ेगा।
किसकी तरफ है इशारा
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर का आखिर इशारा किस तरफ है, यह उनकी बात से स्पष्ट हो गया है। दरअसल उन्होंने कहा कि जिस पर यानी कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ओर इशारा किया है।