चलती कार में आग लगने की वजह से कार सवार डॉक्टर नीलपति सुधीर की जिंदा जलकर मौत हो गई है। राजधानी हैदराबाद में हुए इस हादसे से पूरा शहर स्तब्ध हो गया है। घटना सुबह—सुबह की है, जब डॉक्टर सुधीर अपने घर से निकले ही थे कि अचानक कार में आग लग गई। इस दौरान डॉक्टर को कुछ करने तक का मौका नहीं मिला।
राजधानी की सड़क पर आग का गोला बने कार को देखकर तत्काल पुलिस और फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। जब तक फायर बिग्रेड मौके पर पहुंचती और आग पर काबू पाती, डॉक्टर कार सहित बुरी तरह जल चुके थे और उनकी मौत हो गई थी। आग बुझने के बाद डॉक्टर की लाश को कार से बाहर निकाला गया, जिसमें उनके कुछ ही अंश बच पाए थे।
कार में आग लगने की वजह को लेकर रहस्य बरकरार है। बताया जा रहा है कि वह मलकपेट के यशोदा अस्पताल में ऑर्थोपैडिक डॉक्टर थे। वह ओंगोल, आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। वह हैदराबाद के केपीएचबी कॉलोनी में रह रहे थे।
बढ़ रहे कार बर्निंग केस
देश में हाल के ही दिनों में कार बर्निंग के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस तरह के हादसों में कार सवारों के बचने की उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि लगभग मामलों में यह देखा गया है कि चिंगारी फूटने की भनक भी नहीं लगती और कार आग की चपेट में आ जाती है, जिसकी वजह से कार के भीतर के सभी सिस्टम फेल हो जाते हैं और सवारों को बचने का मौका नहीं मिलता।