एक ही कंपनी में काम करने के दौरान मुख्य आरोपी शुभम और युवती के बीच नजदीकियां बढ़ी, दोस्ती कथित तौर पर प्यार में तब्दील हो गई और फिर दोनों लिव इन में आ गए। मामला साल 2017 का है। इसके बाद साथ रहते हुए साल 2019 में बिन ब्याही युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया।
अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही शुभम ने युवती से बच्चे को यह कहते हुए ले लिया कि इससे उनकी निजी जिंदगी में दिक्कतें बढ़ जाएंगी, इसलिए वह बच्चे को अनाथालय में डाल देगा। चूंकि दोनों के बीच लिव—इन का रिलेशन था, इसलिए युवती भी मान गई।
पूरा मामला महाराष्ट्र के पूणे का है। बच्चे को लेकर शुभम अनाथालय की बात कहकर निकला, लेकिन वह उसे एयरपोर्ट के पास जंगल में फेंक आया। ऐसे में उस 13 दिन के मासूम का क्या हाल हुआ होगा, इसे बताने की आवश्यकता नहीं है।
युवती बार—बार अपने बच्चे के बारे में पूछती, पर शुभम उसे कुछ भी बताने की बजाय टालने की कोशिश में लगा रहता, जिसके चलते युवती को शक हुआ, तो उसने पुलिस की मदद ली। जब पुलिस ने शुभम को हिरासत में लेकर सख्ती बरती, तो खुलासा हुआ कि उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर बच्चे को जंगल में ही फेंक दिया था। तलाशी में बच्चे का कपड़ा मिल गया है, बच्चे का कोई भी अंश मौके से बरामद नहीं हो पाया है।