कोरबा। जिले के कुसमुंडा खदान में नियोजित सामंता कंपनी के ऑफिस में सुरक्षाकर्मियों ने शुक्रवार दोपहर दो लोगों के हाथ-पांव खंभे में बांधकर अर्धनग्न कर डंडे से पीटा। पीडि़त छोडऩे की गुहार लगाता रहा, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। वजह सिर्फ इतनी ही थी कि सुरक्षाकर्मियों को उन पर चोरी की शंका थी। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है।
शहर के दुरपा रोड फोकटपारा निवासी सुभाषराम सिदार और एक अन्य व्यक्ति के साथ उक्त घटना हुई। हालांकि धमकी के डर से दूसरा व्यक्ति सामने नहीं आया, लेकिन सुभाष ने कुसमुंडा थाना पहुंचकर घटना की रिपोर्ट लिखाई। सुभाष के मुताबिक वह रोजी-मजदूरी का काम करता है, जो 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती पर भगवान विश्वकर्मा का दर्शन करने कुसमुंडा खदान के नया शैलो के पास एंडम गया था।
स्सी से खंभे में बांधा हाथ-पांव
यहां से दर्शन कर प्रसाद लेकर वह रेलवे लाइन के किनारे पट्टा लाइन से होते हुए पैदल घर लौट रहा था। वह रेल्वे फाटक के पास पहुंचा था, तभी वहां पर सामंता कंपनी के दो सुरक्षाकर्मी पहुंचे, जो उसे पकड़ कर शैलो के पास कंपनी के ऑफिस ले गए। जहाँ पहले से कंपनी के कुछ अन्य लोग मौजूद थे, जो लोहा चोरी करने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज और मारपीट करने लगे। सुभाष ने उन्हें खदान में आने का कारण बताया, तो भी वे नहीं माने। उन्होंने रस्सी से उसका हाथ-पांव पाइप के खंभे में बांध दिया।
अर्धनग्न कर डंडे से की पिटाई
इसके बाद तुम चोरी करने आए हो, स्वीकार करो, कहते हुए वे उन्हें अर्धनग्न कर डंडे से पीटने लगे। सुरक्षा कर्मी चोरी की बात स्वीकार करने का दबाव बनाते हुए पिटाई करते रहे। जान से मारने की धमकी भी दी। लगातार पिटाई से दोनों बेसुध हो गए, तब रात में दोनों को कर्मियों ने वैशालीनगर पेट्रोल पंप के पास छोड़कर चले गए। सुरक्षा कर्मियों ने पिटने के बाद पुलिस में रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी दे गए। किसी तरह सुभाष वहां से घर पहुंचा और घटना की जानकारी परिजन व पड़ोसियों को दी। परिजन और परिचितों से हौसला मिलने के बाद मजदूरों ने कुसमुंडा थाना पहुंचकर रिपोर्ट लिखाई।