देश के कई राज्यों में इन दिनों सियासी भूचाल नजर आ रहा है। भाजपा हो या कांग्रेस मुख्यमंत्रियों को बदलने का क्रम दोनों में जारी है। हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री का चेहरा बदला गया है और दलित विधायक चरणजीत सिंह चन्नी को सत्ता की चाबी सौंपकर पार्टी हाईकमान ने भरोसा जताया है। इस सियासी घमासान का भविष्य क्या होगा, यह नहीं कहा जा सकता, लेकिन कमान संभालते ही सीएम चन्नी एक्शन मोड पर आ गए हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस ली, जिसमें उन्होंने कहा वे एक आम आदमी है, जिसके सिर पर छत तक नहीं है, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उनपर भरोसा व्यक्त करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है, जिसके लिए आभारी हैं। उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे।
पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम चन्नी ने सबसे पहले प्रदेश के सभी गरीबों का बिजली बिल माफ करने का ऐलान कर दिया है। सीएम चन्नी ने कहा कि बिल चाहे पुराने हों, या फिर वर्तमान के सभी बिल माफ किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
वहीं प्रदेश के किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों की सुविधा के लिए वे हर तरह का समझौता करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को किसी तरह की परेशानी होगी, तो इसके लिए वे अपना सिर तक देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि जिन तीन कानूनों को लेकर किसानों ने विरोध दर्ज किया है, उसे वापस लेने में ही किसानों की भलाई है। सीएम चन्नी ने कहा कि यदि कानून लागू होता है, तो किसानों का परिवार मुसीबत में आ जाएगा।