बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक शातिर गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक नाबालिग है, जो खुद को नेशनल क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर रंगदारी कर रहे थे। लोगों को कानून का झांसा देकर, डराने—धमकाने के बाद वसूली की वारदात को अंजाम देने वाले इन लोगों से कार, बाइक, मोबाइल के अलावा अन्य काफी चीजों को पुलिस ने बरामद कर लिया है।
आज सुबह सरकंडा पुलिस ने बिलासपुर सहित आसपास के इलाकों में नेशनल क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर लोगों से रंगदारी वसूलने वालों को धर दबोचा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गिरोह के सात सदस्यों में से एक नाबालिग है। इनके पास से फर्जी नेशनल क्राइम ब्रांच दिल्ली का आईडी भी मिला है। जिसे इन्होंने मोबाइल ऐप के माध्यम से बनाया था और मोबाइल पर ही लोगों को अपनी आईडी दिखाया करते थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लूटपाट की घटना को मोपका सेंदरी बाईपास मोड में अंधेरे का फायदा उठाकर अंजाम दिया करते थे। इसके खिलाफ 19 सितंबर 2021 को शिकायतकर्ता जैकी कुमार के द्वारा थाना सरकंडा में मामला दर्ज कराया गया था। मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बिलासपुर के एसपी दीपक कुमार झा को इसकी जानकारी दी, और तत्काल प्रभाव से एक विशेष टीम को गठित कर इस मामले की जांच की गई।
आखिरकार घेराबंदी कर सभी सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपी में जनकु दास दिवान, भीम कुमार पटेल, अमित सिंह ठाकुर, पुरुषोत्तम सिंह, दीपक ध्रुव, राम प्रसाद ध्रुव, और एक नाबालिग शामिल हैं। तत्काल प्रभाव से सभी पकड़े गए आरोपियों को सरकंडा पुलिस ने न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।