कबीरधाम। छत्तीसगढ़ का कवर्धा जिला अब तक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले के नाम से फेमस रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अब इस जिले को नई पहचान देने का काम शुरू कर दिया है। सीएम बघेल ने कवर्धा जिले में पिपरिया और कुकदुर को नई तहसील बनाए जाने पर सहमति प्रदान कर दी है। तो वहीं इंदौरी और कुंडा को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने का विश्वास दिलाया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार रात कवर्धा से आए प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की और इन बातों की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री ने यह भी विश्वास दिलाया है कि अगर केंद्र सरकार से अनुमति मिल जाती है तो जिले में एक मेडिकल कॉलेज भी खोला जाएगा। आम जनता की सहूलियत के लिए प्रशासनिक इकाइयों को छोटा कर पुनर्गठन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करते हुए कहा कि इन पौने तीन साल में प्रदेश में 5 नए जिलों का गठन उनकी सरकार ने किया है। छत्तीसगढ़ में अब जिलों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। इसी तरह तहसीलों की संख्या 147 से बढ़कर 222 हो गई है। उन्होंने कहा कि इससे अपने काम के लिए जिला या तहसील मुख्यालय आने की जरुरत ग्रामीणों को नहीं होगी। उनकी दिक्कतों में कमी आएगी।
3 नए मेडिकल कॉलेज को मंजूरी
सीएम बघेल ने कहा कि केंद्र से यदि स्वीकृति मिलती है तो कवर्धा में भी मेडिकल कॉलेज की नींव रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अनुमति के आधार पर कांकेर, महासमुंद और कोरबा में मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दी है। इसके साथ दुर्ग के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया गया है। बोड़ला में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के साथ वहां पहले से चल रहा हिंदी मीडियम स्कूल भी संचालित होगा।