बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी के स्काई हॉस्पिटल के डायरेक्टर के अपहरणकांड में डायरेक्टर की सफल वापसी के बाद वारदात में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपियों को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से पकड़ा गया है। ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद आरोपियों को बिलासपुर लाया जा रहा है।
वारदात का पूरा विवरण —
1. अज्ञात ले गया चेकबुक
स्काई हॉस्पिटल सरकंडा बिलासपुर के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल पिता प्रमोद अग्रवाल उम्र 42 वर्ष निवासी सूर्या विहार रोड बिलासपुर का दिनांक 19 सितंबर 21 की शाम करीब 4-5 बजे अपने फोर्ड फिगो कार क्रमांक सीजी 10 AJ 1606 में बिना बताए कहीं चले गए थे। रात्रि करीब 7:00 बजे एक अज्ञात व्यक्ति प्रदीप अग्रवाल की कार से अस्पताल पहुंचा। वह उनके चेक बुक को अस्पताल के स्टाफ से मांगकर ले गया। लेकिन प्रदीप अग्रवाल वापस नहीं आए और उनका मोबाइल बंद हो गया।
2. पुलिस ने तैयार की टीम
इसकी सूचना पर थाना सरकंडा में गुम इंसान क्रमांक 175/ 21 कायम कर जांच पर लिया। थानेदार परिवेश तिवारी ने घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक दीपक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेष बरैया को दी। वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद थाना सरकंडा एवं साइबर सेल की अधिकारियों की अलग अलग टीम तैयार कर पता तलाश में लगाया गया।
3. लेन—देन के विवाद का खुलासा
पता तलाश के दौरान टीम द्वारा अस्पताल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा का बारीकी से अवलोकन किया गया तथा अस्पताल के अधिकारी कर्मचारियों से बारीकी से पूछताछ की गई। उनके व्यवसाय से संबंधित पूर्व लेनदेन संबंधी विवाद की जानकारी हासिल की गई जिसमें पूर्व में अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर शैलेंद्र मसीह डॉक्टर मोहम्मद आरिफ एवं टेक्नीशियन फिरोज खान के द्वारा प्रदीप अग्रवाल के साथ पैसे की लेनदेन की बात पर विवाद होने की जानकारी प्राप्त हुई।
4. और गिरफ्तार किए गए आरोपी
मोहम्मद आरिफ एवं फिरोज खान को मूलतः मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले होने की जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा द्वारा तत्काल टीम संभावित स्थल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश रवाना किया गया। मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर के सभी पांच आरोपी शैलेंद्र मशीह, मोहम्मद आरिफ, फिरोज, रिजवान ,एवं एक अन्य आरिफ को मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर ली है जिन्हें ट्रांजिट रिमांड लेकर विधिवत बिलासपुर लाया जा रहा है।