प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संपत्ति बढ़कर 3.07 करोड़ हो गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल उनकी संपत्ति 2.85 करोड़ थी, अब इसमें 22 लाख की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि अब और कैबिनेट मंत्रियों सहित प्रधानमंत्री द्वारा भी एसेट की घोषणा करना अनिवार्य हो गया है
कई अन्य मंत्रियों की तरह पीएम शेयर बाजार में निवेश नहीं करते। वे बैंक और अन्य कई सुरक्षित साधनों में निवेश करते हैं। जिसके चलते खराब अर्थव्यवस्था के बावजूदउनकी संपत्ति बढ़ गई है। वह अपना पैसा नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), जीवन बीमा पॉलिसी और एल एंड टी इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड में निवेश करते हैं। पीएम ने नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में 8.9 लाख, जीवन बीमा पॉलिसियों में 1.5 लाख और एल एंड टी इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड में 20,000 का निवेश किया है।
PM की संपत्ति में वृद्धि मुख्य रूप से भारतीय स्टेट बैंक की गांधीनगर शाखा में जमा फिक्स्ड डिपॉजिट के चलते हुए है। प्रधानमंत्री द्वारा दाखिल किए गए शपथपत्र के अनुसार उन्होंने 1.86 करोड़ की राशि फिक्स की है। पिछले साल यह 1.6 करोड़ थी।
प्रधानमंत्री ने कोई लोन नहीं लिया है। उनके पास अपने नाम से कोई व्यक्तिगत गाड़ी नहीं है। उनके पास करीब 45 ग्राम की सोने की चार अंगूठियां हैं जिनकी कीमत करीब 1.48 लाख रुपये है। 31 मार्च, 2021 को उनका बैंक बैलेंस ₹1.5 लाख था और हाथ में नकदी 36,000 है, पिछले साल की तुलना में यह कम है।
2014 में पीएम बनने के बाद से मोदी ने कोई नई संपत्ति नहीं खरीदी है। 2002 में खरीदी गई उनकी एकमात्र आवासीय संपत्ति का मूल्य 1.1 करोड़ है। यह एक जॉइंट संपत्ति है और इसमें पीएम का केवल एक-चौथाई हिस्सा है। यह गांधीनगर के सेक्टर-1 में है, यह करीब 3531 वर्ग फुट का एक प्लॉट है।
यह नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से ठीक 2 महीने पहले 25 अक्टूबर 2002 को खरीदी गई थी। तब इसकी कीमत 1.3 लाख रुपये थी।