पंजाब की नई कैबिनेट का एलान कर दिया गया है। इसमें परगट सिंह, डा. राजकुमार वेरका, गुरकीरत कोटली, कुलजीत सिंह नागरा और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सहित छह नए चेहरे शामिल किए गए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थक साधू सिंह धर्मसोत, बलबीर सिंह सिद्धू, राणा गुरमीत सिंह और गुरप्रीत कांगड़ सहित पांच पुराने मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है। कैप्टन सरकार के मंत्रिमंडल के आठ वरिष्ठ मंत्रियों पर चन्नी ने भरोसा दिखाते हुए उन्हें दोबारा मौका दिया है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट के विस्तार बारे में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की। सीएम ने बताया है कि नए मंत्रियों काक कल शाम 4.30 बजे शपथ दिलाई जाएगी।
अब हर मंगलवार को बाद दोपहर हुआ करेगी कैबिनेट बैठक
इसके साथ ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने आदेश दिया है कि हर मंगलवार को दोपहर तीन बजे कैबिनेट की मीटिंग होगी। इसके अलावा उन्होंने अपने मिलने का समय भी तय कर दिया है। वह 11.30 बजे 2.30 बजे तक अपने दफ्तर में राजनीतिक नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों से मिलेंगे।मंगलवार को कैबिनेट की मीटिंग होगी। सभी प्रशासनिक सचिवों को अपने दफ्तरों में उपस्थित रहने का आदेश दिए हैं।
नई कैबिनेट पर छह दिनों से चल रही थी माथापच्ची
करीब छह दिन की माथापच्ची के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल का एलान कर दिया। इसमें पिछली कैबिनेट में शामिल रहे पांच मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है, जबकि छह नए चेहरों की एंट्री हुई है। कैप्टन सरकार में इस्तीफा देने वाले राणा गुरमीत को भी सूची में शामिल किया गया है।
राज्यपाल से मिलने पहुंचे सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, कल शाम 4.30 बजे हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
कैबिनेट के मंत्रियों के नाम तय होने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी राजभवन राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलने पहुंचे। इसके बाद वह अपने दाेनों उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी के साथ् राज्यपाल से मिले। राज्यपाल से मिलने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि राज्यपाल को मैंने कैबिनेट के विस्तार के बारे में जानकारी दी। रविवार को शाम 4.30 बजे नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण होगा।
वडिंग़, परगट व गिलजियां समेत सात की न्यू एंट्री
नई कैबिनेट में डा. राजकुमार वेरका, परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सहित सात नए लोगों को मौका दिया गया है। इनमें से राणा गुरमीत पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में भी मंत्री रहे थे, लेकिन बाद में उनको इस्तीफा देना पड़ा था।