ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। पिछले दिनों जालंधर-पठानकोट राष्ट्रीय मार्ग पर अड्डा पचारंगा के नजदीक सड़क हादसे में मारे गए संदीप, उसकी बेटी जीविका और पुत्र स्मरण का उनके गांव के श्मशानघाट में सैंकड़ो नम आंखों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
पिता-पुत्र और बेटी की मृतक देहों का अंतिम संस्कार एक ही चिता में किया गया। इस दर्दनाक मंजर को देख कर हर आंख नम थी।
जब संदीप के पिता अपने पोते की लाश उठाकर शमशानघाट की तरफ जा रहे थे तो हर व्यक्ति का कलेजा फट रहा था। संस्कार के मौके पर मृतक सन्दीप की पत्नी जसवीर कौर को विशेष छुट्टी मिलने के बाद एंबुलेंस में लाया गया और अंतिम संस्कार के बाद वापस अस्पताल लेकर गए। मृतक बच्चों की बुआ का हाल भी बेहद बुरा था और उसके मुंह से एक ही बोल निकल रहे थे कि उनकी दुनिया ही उजड़ गई है।
इस बेहद गमगीन माहौल में बड़ी संख्या में राजनितिक नेता, शिरोमणि अकाली दल यूनाइटिड के हलका इंचार्ज मनजीत सिंह दसूहा, ‘आप ‘ नेता हरमीत सिंह औलख, सुखविन्दर सिंह मुनक, नौजवान नेता सरबजीत सिंह मोमी, बसपा नेता सुरजीत पाल, जगतार सिंह, शिरोमणि अकाली दल बादल के प्रिथीपाल सिंह के अलावा बड़ी संख्या में धार्मिक और समाज सेवीं जत्थेबंदियों के नेता और इलाके के प्रमुख लोग शामिल हुए।
लोगों की तरफ़ से पैसे इकठ्ठा करके पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता दी जा रही है। ज़िक्रयोग्य है कि गुरूवार को जालंधर-पठानकोट राष्ट्रिय राज मार्ग पर अड्डा पचारंगा के नज़दीक ऐक्टिवा और कार के बीच दर्दनाक सड़क हादसे में सन्दीप (35), उसकी बेटी जीविका (5) और पुत्र स्मरण की मौत हो गई, जबकि पत्नी जसवीर कौर (30) और बड़ा बेटा गंभीर रूप से ज़ख़्मी हुए थे। उनका जालंधर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक सन्दीप का पिता दिव्यांग है और संदीप ही पूरे परिवार की देखभाल का एक मात्र सहारा था। सन्दीप की मौत के बाद दिव्यांग पिता, उसकी पत्नी और 6 साल का बेटा अकेले पड़ गए हैं और अब उनके परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है।