दो जीते जागते हुए इंसान को कुछ लोगों ने इसलिए मार दिया, क्योंकि वे जब चोरी करने पहुंचे थे, तो उनकी नींद खुल गई। जब जागते हुए देख लिया, तो किसी से बता ना दें, इसलिए उनके मुंह पर तकिया रखा और घुटनों के बल तब तक दबाए रखा, जब तक दोनों पूरी तरह शांत नहीं हो गए।
यह पूरी हकीकत दो दिन पहले रायगढ़ में हुए हत्याकांड का है, जहां पर पति और पत्नी की नृशंस हत्या कर दी गई, जबकि नगदी और जेवरात पर अपराधियों ने हाथ तक नहीं डाला। अपने आप में यह बड़ा सवाल था कि करोड़ रुपए सामने देखकर भी आखिरकार केवल दंपति को मौत की नींद सुलाने के पीछे वजह क्या थी?
अब पूरा मामला सुलझ गया है, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। असल मायने में यह वारदात केवल चोरी की नीयत से अंजाम दी गई थी, जिसमें हत्या शामिल नहीं था, लेकिन पूरे वारदात में हत्या प्राथमिक हो गया, जबकि चोरी की वारदात को अंजाम ही नहीं दे पाए।
पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में तीन लोगों को गिरफ्त में लिया है, और तीनों ही नाबालिग हैं। ये सभी नशे के आदी हैं। अपनी नशे की लत की वजह से ही ये कांग्रेस नेता मदन मित्तल के घर पर दाखिल हुए थे, जहां पर चोरी करना चाहते थे। इस दौरान मदन मित्तल और अंजू मित्तल की नींद खुल गई, तो नाबालिग चोरों ने हत्या कर दी और वहां से भाग निकले।
खौफ में केवल कुछ नगद—जेवर उठाया
पुलिस ने जिन 3 नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है, पूछताछ में नाबालिग आरोपियों ने बताया कि वे नशे की हालत में मित्तल के घर पर दाखिल हुए थे। इस बीच दंपत्ति जाग गई, तो उन्होंने शोर होने से पहले ही तकिया से उनके मुंह को दबा दिया। और तब तक दबाए रखा, जब तक दोनों पूरी तरह शांत नहीं हो गए। इसके बाद सामने जितना कुछ हाथ लगा, उतना लेकर भाग निकले, जबकि करोड़ों के नगद और जेवर सामने था।