रायपुर। राजनेताओं को राजनीति की परिभाषा का ज्ञान ही नहीं। सुसंस्कृत, सुशिक्षित, सुरक्षित, सेवा, परायण, स्वस्थ, सर्वहितप्रद समाज की संरचना ही विश्व स्तर पर राजनीति और विकास की परिभाषा है।
98 प्रतिशत व्यक्ति चुनाव में दंड फंड से जीते हैं उनको राजनेता नहीं कहा जा सकता। 2% प्रतिशत व्यक्ति सुबोध होते हैं वह भी चुनाव जीत जाने के दिशाहीन हो जाते हैं ।
उक्त बातें छत्तीसगढ़ प्रवास पर रायपुर पहुंचे पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने राजधानी स्थित शंकराचार्य आश्रम ‘श्री सुदर्शन संस्थानम” में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
शंकराचार्य महाराज ने आगे पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आने वाले 3 वर्षों में भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी या किसी अन्य नेता की जरूरत नहीं वह रहे या ना रहे लेकिन भगवान तो रहेंगे शंकराचार्य ने आगे कहा कि हमारी वाणी के दम पर हम कहते हैं और करते हैं मोदी योगी के दम पर नहीं।
महाराज ने शराबबंदी के मुद्दे पर तंज कसते हुए पूछा कि हाईकमान शराब पीते हैं या नहीं ?
शंकराचार्य महाराज ने देश में चल रहे किसान आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कृषि वाणिज्य के क्षेत्र में कृषि भी दिशाहीन है वाणिज्य भी दिशाहीन है इसलिए किसान भी दिशाहीन होते जा रहे हैं और स्वयं अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं साथ ही सरकारें तो आश्वासन के दम पर ही चुनाव जीती हैं और बाद में अंकुर अंगूठा दिखा दिया जाता है । किसानों के नाम पर बहुत से सरकारें आई और सत्ता पाते ही दिशाहीन हो गई।
देश और प्रदेश में बढ़ रहे धर्मांतरण के मुद्दे पर पुरी पीठाधीश्वर महाराज ने शासन की दिशाहीन ता को ही धर्मांतरण का कारण बताया है साथ ही कहा क्रिश्चियन तालिबानी शासन में धर्मांतरण कराया नहीं जा सकता धर्मांतरण का 70% कारण राजनीतिक दलों की विफलता और 30% विदेशी ताकतों की भूमिका है । उन्होंने कहा कि एक समय के बाद जो धर्मांतरण करवा रहे हैं जिनका धर्मांतरण हुआ है वह आने वाले समय में हिंदू ही होंगे।
छत्तीसगढ़ में गोवंश की तस्करी पर सवाल पूछे जाने के बाद महाराज ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र जताते हुए कहा कि प्रदेश में गोवंश की तस्करी और गोबर ना हो साथ ही राज्य से गुजरते हुए गोवंश अन्य राज्यों तक ना जाए इस बात की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री शासन तंत्र के साथ ही सामाजिक संगठनों का भी दायित्व है।
दुनिया भर में युवा पीढ़ी के दिशा हीनता पर पत्रकारों के द्वारा पूछे गए सवाल पर पुरी शंकराचार्य महाराज ने कहां की आजकल के माता-पिता को ही नहीं मालूम कि धर्म और अध्यात्म क्या है तो वह अपने बच्चों को क्या शिक्षा देंगे। उन्होंने आगे बताया कि आराम से शिक्षा ना होने के कारण युवा पीढ़ी दिशाहीन हो गई है युवाओं को अगर उचित संदेश प्राप्त हो जाए तो वह अपनी गंदी लत को छोड़कर राष्ट्र रक्षा के लिए कटिबद्ध हैं। महाराज ने कहा कि यह हमारी ही त्रुटि है कि युवा पीढ़ी को सही शिक्षा नहीं दे पाए ।
देश और प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर अपने बयान में महाराज जी ने बताया की हिंदुओं और उनके आदर्शों को समाप्त करने के लिए विदेशी षड्यंत्र रचा गया है जिसमें निकालें के 3G शामिल हैं उदाहरण देते हुए महाराज जी ने बताया 3C मतलब क्लास एंड को- एजुकेशन कोर्ट और क्लब ।