बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में वर्दी का रौब दिखाना दो महिला DSP को भारी पड़ गया है। मुख्यमंत्री तक जब मामला पहुंचा, तो उनकी नाराजगी भी फूट पड़ी और उन्होंने तत्काल डीजीपी अवस्थी को मामले को संज्ञान में लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए थे। अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए डीजीपी अवस्थी ने दोनों महिला DSP पर विभागीय जांच बैठा दिया है और तत्काल प्रभाव से उनकी पोस्टिंग बदल दी गई है।
विदित है कि बिलासपुर के रामा मैग्नेटो मॉल स्थित भूगोल बार में रविवार को अफसरों की पार्टी चल रही थी। इसमें कोतवाली CSP स्नेहिल साहू, गौरेला SDOP रश्मित कौर चावला, चकरभाठा CSP सृष्टि चंद्राकर और सहायक जेल अधीक्षक सोनाल डेविड सहित अन्य अफसर आमंत्रित थे। सहायक जेल अधीक्षक सोनाल डेविड अपनी पत्नी CSP सृष्टि चंद्राकर के साथ पार्टी में देर से पहुंचे। इस पर बाहर खड़े बाउंसर ने उन्हें रोक दिया। बाउंसर का नाम राहुल अग्रहरि बताया जा रहा है।
बाउंसर ने जब दोनों अफसरों को रोक दिया, तो इसके बाद CSP सृष्टि चंद्राकर के पति ने बाउंसर पर थप्पड़ जड़ दिया और देखते ही देखते बवाल मच गया। मामले की जानकारी सिविल लाइन पुलिस को मिली, तो स्टॉफ दलबल के साथ मौके पर पहुंच गया और सीनियर अफसर के निर्देश पर बाउंसर को दबोचने की कोशिश शुरू हो गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निर्देश के बाद सोमवार रात को दोनों ही पुलिस अधिकारियों की नई पोस्टिंग पर रवानगी डालने के आदेश दिए गए। आदेश के तहत कोटा डीएसपी रश्मित कौर चावला को गौरेला पेंड्रा मरवाही और सृष्टि चंद्राकर को कोंडागांव में बालक विरुद्ध अपराध अन्वेषण शाखा भेजा गया है। शासन से आदेश मिलते ही एसएसपी ने तत्काल रिलीव कर दिया है।