बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक चाची ने अपने 4 दिन के नवजात भतीजे की हत्या इसलिए कर दी क्यूँकि उसे लगता था की उसकी खुद की लड़की होने की वजह से घर वाले उससे कम प्यार करते थे।
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मामला कसडोल थाना के पिकरी गांव का है। 3 अक्टूबर को पिकरी गांव निवासी दुखीराम निषाद ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका 4 दिन का पोता शाम 4.20 बजे बिस्तर से गायब हो गया है। दुखीराम ने पुलिस को बताया कि बच्चे का जन्म 30 सितंबर को ही हुआ था। जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और जांच करने लगी। इस दौरान पुलिस ने घरवालों से भी पूछताछ की, गांव में बच्चे का पता लगाया। इसके अलावा पुलिस को गांव में जिन पर भी शक था, उनसे भी पूछताछ की। इसके बावजूद कुछ पता नहीं चल सका था।
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कड़ाई से पूछताछ में कबूला
अगले दिन 4 अक्टूबर को पुलिस फिर से पिकरी गांव पहुंची और घरवालों से भी कड़ाई से पूछताछ करने लगी। इसमें आरोपी महिला संजनाबाई ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। यह सुनते ही घरवालों के होश उड़ गए। आरोपी ने बताया कि उसकी एक लड़की है, जबकि उसकी जेठानी राधाबाई के नवजात सहित 2 बच्चे थे। दूसरा बच्चा भी अभी कुछ दिन पहले ही हुआ था, जिसके चलते घर वाले उससे ज्यादा प्यार करते थे। इसी बात से वह परेशान रहती थी।
साड़ी में लपेड़ कर कुए में फेका
संजनाबई ने बताया कि 3 अक्टूबर की शाम उसकी सास जब कमरे में गई थी, उस दौरान बच्चा बिस्तर पर अकेला था। घरवालों को शक न हो इसलिए उसने सास को बताया कि वो अपनी बच्ची को शौच कराने के लिए बाहर जा रही है और वो भी घर से निकल गई। 5 मिनट बाद संजना वापस आ गई। इसके बाद उसने बच्चे को साड़ी के टुकडे में लपेटा और कुएं में फेंक दिया। उसने बताया कि फेंकने के बाद उसने साड़ी के टुकड़े को दीवार के पीछे छिपा दिया था। पुलिस ने आरोपी महिला को 5 अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शव को भी कुएं से निकाल लिया गया था।