कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में बीते चार दिनों से अशांति का माहौल बना हुआ है। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सुबह 10 बजे तक कर्फ्यू में ढ़ील दी थी, लेकिन लोगों को इस बात का पता ही नहीं चल पाया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद अब कवर्धा दंगे मामले में कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इस पूरे मामले में सांसद संतोष पांडेय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पुत्र व पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है।
विदित है कि कवर्धा जिला मुख्यालय में 5 अक्टूबर को झंडा उतारने की बात को लेकर छोटा सा विवाद हुआ था, जो देखते ही देखते उपद्रव में तब्दील हो गया, इसके बाद जो कोहराम मचा, हड़कंप मचाने वाला था। हालात के चलते जिला प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया। कर्फ्यू आज भी जारी है। इस बीच इस पूरे मामले में भाजपा नेताओं को उपद्रवी बताया गया है।
सामने आई जानकारी के मुताबिक कवर्धा उपद्रव मामले में पुलिस ने 3 अलग-अलग FIR दर्ज की है। भाजपा ने जब FIR की कॉपी कोर्ट से निकलवाई, तो पता चला कि इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के भी नाम जोड़े गए हैं। जिसमें सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, अशोक साहू, प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष पीयूष ठाकुर, VHP जिला प्रमुख नंदलाल चंद्राकर सहित कैलाश चंद्रवंशी, राजेंद्र चंद्रवंशी, पन्ना चंद्रवंशी, उमंग पांडेय, राहुल चौरसिया, भुनेश्वर चंद्राकर के नाम शामिल हैं।