बिलासपुर। कोयला उत्पादन के क्षेत्र में लगातार आ रही गिरावट और देशव्यापी आपूर्ति संकट के बीच बुधवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी बिलासपुर पहुंचे। चकरभाठा एयरपोर्ट में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कोयला मंत्री ने कहा कि बिजली मंत्रालय ने हमारे सामने 19 लाख टन कोयले की आपूर्ति का लक्ष्य रखा था। 20 अक्टूबर तक इसे बढ़ाकर 20 लाख टन का लक्ष्य हमें दिया गया था। बुधवार को ही हमने 20 लाख टन आपूर्ति का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि कोयला उत्पादन और आपूर्ति संकट के कारण देश में बिजली संकट होने नहीं देंगे। लक्ष्य प्राप्ति के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
कोयला मंत्री जोशी दिल्ली से चार्टर प्लेन से चकरभाठा एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट में कोयला मंत्री ने पत्रकारों से संक्षिप्त चर्चा की। एसईसीएल कोल माइंस के प्रवास पर पहुंचे मंत्री जोशी ने कहा कि खदानों के निरीक्षण के साथ ही उत्पादन और आपूर्ति की समीक्षा कर रहे हैं। खदानों में उत्पादन को लेकर अफसरों के साथ चर्चा करेंगे। बारिश के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है। अब स्थिति बेहतर है।
कोल उत्पादन की दिशा में अब हम लगातार अच्छा काम कर रहे हैं। देश में बिजली संकट के सवाल पर कहा कि किसी भी हालत में हम कोयला उत्पादन और आपूर्ति के कारण बिजली संकट की स्थिति निर्मित होने नहीं देंगे। उन्होंने दोटूक कहा कि मैं आप लोगों के माध्यम से देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ऐसी स्थिति निर्मित नहींं होगी। माइंस क्षेत्र में प्रवास और अफसरों के साथ सीधी बातचीत का अर्थ ही यही है कि हम इस दिशा में लगातार अच्छा कर रहे हैं।
कहीं कोई राजनीति नहीं, सब कुछ पारदर्शी
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है। अब स्थिति पहले से बेहतर है। इसमें कोई राजनीति नहीं है। सब कुछ पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। बिजली मंत्रालय की मांग को हम गंभीरता के साथ पूरा कर रहे हैं। लक्ष्य निर्धारित कर कोल माइंस से कोयले का उत्पादन कर रहे हैं।