अंतागढ़। अंतागढ़ में देशी शराब दुकान के सुपरवाइजर ने फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली है, जिसकी लाश किराये के मकान में फंदे पर लटकी मिली है। इतना ही नहीं लाश मिलने के महज 25 मिनट पहले उसने गले में फंदा डाल सेल्फी लेकर फोटो सोशल मीडिया में डाला। इसे देख उसके साथी मकान पहुंचे तो वहां उसकी लाश फंदे पर लटकी हुई मिली। सुपरवाइजर ने सेल्फी तो ली लेकिन वहां कहीं भी सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
मिली जानकारी के अनुसार सुपरवाइजर डिकेन्द्र पटेल उम्र 27 वर्ष पिता रामनारायण निवासी ग्राम छुरा जिला गरियाबंद अंतागढ़ में एक किराए के मकान में रहता था। सुबह 9 बजे वह शराब दुकान नहीं गया। फोन कर दुकान के गार्ड को बुलाया और उसे चाबी देकर दुकान खोलने कहा। इसके बाद गार्ड राजेश कुमार चाबी लेकर दुकान चला गया।
फंदा बांध कर भेजी सेल्फी
कुछ देर बाद सुपरवाइजर अपने किराए के मकान के मयार में चढ़ा और वहां पाइप में फांसी का फंदा बांध अपने गले में डाल दिया। इसके साथ ही सेल्फी लिया, जिसे सुबह 9.50 बजे अपने दोस्तों और दुकान में काम करने वाले साथियों को वाट्सअप में पोस्ट किया।
फंदे पर लटकी मिली लाश
यह फोटो दुकान में काम करने वाले रविंद्र साहू व अनूप सोनवानी को भी मिली। वे तत्काल 10.14 बजे सुपरवाइजर के मकान पहुंचे जहां दरवाजा अंदर से बंद था। दरार से अंदर देखा तो सुपरवाइज की लाश फंदे में लटकी हुई दिखी। इसके बाद दरवाजे को धक्का मारकर खोला गया।
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किसी से नहीं था कोई विवाद
दुकान के सेल्समैन अनूप सोनवानी ने बताया उसका किसी से कोई विवाद नहीं था। न ही वह किसी प्रकार के तनाव में था। उसका व्यवहार सामान्य था। मृतक के परिजनों को जैसे ही सूचना मिली उन्हाेंने उनके सामने ही लाश उतारने की बात कही।
जताई जा रही यह आशंका
आशंका है कुछ दिन पहले दुकान से तीन लाख लेकर फरार हुए सेल्समेन के कारण कहीं सुपरवाइजर ने खुदकुशी तो नहीं कर ली। दुकान का सेल्समेन रोहित सिंह उर्फ छोटू 3 अक्टूबर को देशी शराब की बिक्री की 3.50 लाख रूपए की रकम को रजिस्टर में नहीं चढ़ाया था। न ही रकम जमा कराया था। सुपरवाइजर यह समझ कि कहीं वह खुद न फंस जाए इसलिए उक्त रकम अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से उधार लेकर जमा कर दिया था। आशंका है इसे वापस करने को लेकर वह परेशान रहा होगा और खुदकुशी कर ली होगी।