ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों हुई भारी बारिश ने इस पहाड़ी राज्य में अराजकता और आपदा के दृश्य पैदा कर दिए हैं। सड़कें पानी और मलबे से भर गई हैं, पुल टूट गए हैं और नदियां उफान पर हैं। स्थानीय लोग तो परेशान हैं ही साथ ही कई जगहों पर पर्यटक भी फंसे हुए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक- 20 लोगों की मौत हुई है, कई लापता हैं। चंपावत जिले में एक घर गिरने से दो अन्य लोगों की मौत हो गई, जहां जल स्तर बढ़ने के कारण एक निर्माणाधीन पुल (चलठी नदी पर) बह गया। इसका वीडियो सामने आया है, जिसे देख आप सिहर जाएंगे। पीएम मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात करके हालात का जायजा लिया है।
सड़कों और घरों तक पहुंचा नैनी झील का पानी
नैनी झील का पानी सड़कों और घरों तक पहुंचा, पहले नहीं देखा होगा ऐसा नजारा नैनीताल में तो ऐसा नजारा देखने को मिला कि पहले कभी नहीं देखा होगा. लगातार हो रही बारिश के कारण नैनी झील का पानी इतना बढ़ गया कि सड़कों और घरों तक पहुंच गया. रास्ते बंद हो गए हैं. बिजली गुल है. लोगों से घरों के भीतर रहने की अपील की गई है. बारिश के कारण नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा से हल्द्वानी और काठगोदाम तक के रास्ते बंद हो गए हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में कई जगहों पर लगातार हो रही बारिश से परेशानी बढ़ती जा रही है। ऐसे में कई जगहों पर यात्रियों के फंसने की ख़बरें भी आ रही हैं। एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस ने जानकी चट्टी से यात्रियों को देर रात सुरक्षित गौरीकुंड पहुंचाया। ये यात्री केदारनाथ मंदिर में दर्शन के बाद फंस गए थे और बारिश के चलते लैंडस्लाइड व मलबा गिरने का ख़तरा बना हुआ था। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ़ फंसे घायल यात्रियों समेत कई लोगों को बाहर निकाला। रातभर हो रही मूसलाधार बारिश और तमाम मुश्किलों को झेलते हुए SDRF ने 22 यात्रियों को बचाया।