निजी बैंको पर भरोसा नहीं होने की कई वजह हैं, जिसमें से एक बड़ी वजह HDFC बैंक से सामने आई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित HDFC बैंक के तीन कर्मचारियों ने अन्य 9 लोगों के साथ मिलकर NRI के खाते में सेंध मारने की कोशिश की थी। शिकायत के बाद तीनों बैंक कर्मियों सहित कुल 12 लोगों को दिल्ली साइबर सेल ने धर दबोचा है।
66 बार हुई थी कोशिश
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मंगलवार को फर्जीवाड़े के आरोप में एचडीएफसी बैंक के 3 कर्मचारियों सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, उन पर अत्यधिक धनराशि वाले एनआरआई बैंक खाते से अनाधिकृत निकासी के प्रयासों में शामिल होने का आरोप है। इन लोगों द्वारा एनआरआई खातों से अनधिकृत ऑनलाइन लेन-देन की 66 बार कोशिश की गई थी। डीसीपी (साइबर सेल) के.पी.एस. मल्होत्रा ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से चेक बुक हासिल कर ली थी, जिसे बरामद कर लिया गया है। इतना ही नहीं इन जालसाजों ने खाताधारक के यूएस स्थित फोन नंबर के समान मोबाइल फोन नंबर भी हासिल कर लिया था।
एक NRI खाते से अवैध रूप से पैसे निकालने के प्रयास में शामिल12 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जिनमें 3 HDFC बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं। इस खाते से आरोपी समूह द्वारा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का 66 बार प्रयास किया गया: डीसीपी साइबर सेल के.पी.एस. मल्होत्रा, दिल्ली pic.twitter.com/sUQI3715xE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 19, 2021
उन्होंने आगे बताया कि आरोपियों तक पहुंचने के लिए तकनीकी सबूतों और गहन जांच-पड़ताल के बाद कई भौगोलिक स्थानों की पहचान की गई। कुल मिलाकर, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 20 स्थानों पर छापे मारे गए। पुलिस की गिरफ्त में आए इन 12 आरोपियों में से तीन एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी हैं, जो चेक बुक जारी करने, मोबाइल फोन नंबर अपडेट करने और खाते से कर्ज मुक्त करने में शामिल थे।
तकनीक छेड़छाड़ भी की गई
यह मामला तब सामने आया जब एचडीएफसी बैंक ने साइबर सेल में एक एनआरआई खाते से निकासी के कई अनधिकृत प्रयासों का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। एक एनआरआई बैंक खाते में कई अनधिकृत इंटरनेट बैंकिंग की कोशिश देखी गई। इसके अलावा, धोखाधड़ी से प्राप्त चेक बुक का उपयोग करके उसी खाते से नकदी निकालने का प्रयास किया गया। केवाईसी में अपडेट मोबाइल फोन नंबर प्राप्त करने का भी प्रयास किया गया था। एचडीएफसी बैंक की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पहले से पंजीकृत अमेरिका के मोबाइल फोन नंबर के समान भारतीय मोबाइल फोन नंबर से बदलकर उसी बैंक खाते में डाला गया।