ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी को यूपी सरकार ने आगरा जाने से रोक दिया। वह पुलिस हिरासत में हुई मरे शख्स के परिवार से मुलाकात करने जा रही थीं। यहाँ आगरा में एक्सप्रेसवे पर हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि अरुण कुमार नाम के सफाईकर्मी की पुलिस हिरासत में पिटाई से मौत हुई है। वाल्मीकि समाज से जुड़े अरुण कुमार को पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। यूपी में चुनाव अगले साल है लेकिन यूपी का सियासी तापमान इस महीने की शुरूआत से ही चढ़ा हुआ है।
इसे लेकर प्रियंका ने ट्वीट भी किया था। उन्होंने लिखा था कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। इसकी उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।
किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?
आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है
उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 20, 2021
रोके जाने पर प्रियंका ने कहा- गलत है
आगरा जाने से रोके जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि ”पुलिस की खुद स्थिति यह हो गई है कि वे कुछ कह नहीं पा रहे हैं। उनके अधिकारी भी जानते हैं कि ये ग़लत है इसके पीछे कुछ क़ानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है। हर जगह कहते हैं कि धारा-144 है।” इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ”अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। यूपी सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है।”
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राजनीतिक दलों के नेताओं के आने पर थी रोक
पुलिस आयुक्त डी. के. ठाकुर ने को बताया, ‘‘आगरा के जिलाधिकारी ने लखनऊ पुलिस से लिखित अनुरोध किया था कि राजधानी से आगरा आने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं को कानून-व्यवस्था के मद्देनजर वहां न आने दिया जाए.” उन्होंने कहा, इसी कारण कांग्रेस महासचिव और उनके साथ जा रहे अन्य लोगों को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ सीमा के अंदर ही रोक दिया गया। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस महासचिव आगरा अरुण नामक व्यक्ति से मिलने जा रही थीं, जिसकी कथित रूप से पुलिस हिरासत में मौत हो गई है।
गौरतलब है कि आगरा के जगदीशपुरा थाने से के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी के आरोप में वहां सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाले अरुण को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी। आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनिराज जी ने बताया कि मंगलवार की रात अरुण की निशानदेही पर चोरी के पैसे बरामद करने के लिए उसके घर की तलाशी ली जा रही थी, उसी दौरान आरोपी की तबियत बिगड़ने लगी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया हुआ घोषित कर दिया।
इस घटना के संबंध में आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) ने थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. पुलिस ने बताया कि तलाशी के दौरान अरुण के घर से 15 लाख रुपये बरामद हुए हैं।